देशी उग्रवाद पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा : पाक सेना

देशी उग्रवाद पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा : पाक सेना

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना ने देश में बढ़ रहे उग्रवाद को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए `सबसे बड़ा खतरा` बताया है। दशकों से पाक सेना भारत को दुश्मन नंबर एक के रूप में प्रचारित करती रही है, लेकिन देश में बढ़ते उग्रवाद ने पाकिस्तानी सैन्य प्रमुखों को अपनी सुरक्षा रणनीति की समीक्षा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

पाकिस्तानी सेना की नई रणनीति में कहा गया है कि देश के अंदर तालिबानी आतंकवादियों की गतिविधियां जारी हैं और इसने कबायली इलाकों और महत्वपूर्ण शहरों में सरकारी संस्थाओं पर लगातार हमले किए हैं। यह पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी है। पाकिस्तानी सेना कार्यालय के वरिष्ठ अफसरों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है।

अमेरिकी नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में शामिल होने के 11 वर्ष बाद पाकिस्तान की सेना ने अपनी सामरिक प्राथमिकताओं में पहली बार बदलाव किया है। सेना ने अपने नए सिद्धांत में देश के कबाइली इलाकों और पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रहे छापेमार युद्ध और उग्रवादी संगठनों द्वारा किए जा रहे बम विस्फोटों को सबसे बड़ा खतरा बताया है। मीडिया में गुरुवार को आई खबरों में नए सैन्य सिद्धांत के हवाले से लिखा गया है कि अशांत कबाइली क्षेत्रों में तालिबान लड़ाकों की गतिविधियां और देश के मुख्य शहरों में सरकारी भवनों आदि पर निरंतर हो रहे आतंकवादी हमले सुरक्षा के लिए ‘वास्तविक खतरा’ हैं।

इस मुद्दे पर सुरक्षा अधिकारियों से बात करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों ने जानकारी दी कि यह सैन्य सिद्धांत सेना की सामरिक प्राथमिकताओं और क्षमताओं की समीक्षा का हिस्सा है। नए सिद्धांत को चार वर्ष के अंतराल पर हाल ही में प्रकाशित किया गया है। करीब 200 पन्नों के इस नए सिद्धांत में हालांकि औपचारिक रूप से भारत पर ध्यान केन्द्रित रखने की अपनी नीति में बदलाव की बात नहीं कही गई है। (एजेंसी)

First Published: Friday, January 4, 2013, 00:23

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