Last Updated: Monday, February 13, 2012, 08:49
माले : मालदीव में मोहम्मद नशीद की पार्टी के सांसदों ने सोमवार को आरोप लगाया कि नई सरकार उन पर आतंकवाद के मामले चलाने की धमकी दे रही है। इससे पहले, अपदस्थ राष्ट्रपति के सैंकड़ों समर्थकों ने संसद को घेर लिया।
मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने कहा कि दबाव के प्रयासों के तहत नयी सरकार उन्हें धमका रही है। पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और सांसद मारिया दीदी ने कल देर रात संसद के बाहर संवाददाताओं को कहा कि उन्होंने हमें धमकी दी कि वे हम सभी पर आतंकवाद के मामले चलाएंगे। देर मंगलवार को नशीद के इस्तीफा देने के बाद से उनके समर्थकों ने संसद के बाहर की सड़क को घेरा लिया और राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन की अगुवाई वाली वर्तमान सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
दीदी ने कहा कि अगर हमारे खिलाफ आतंकवाद के मामले दर्ज किए गए तो हमें 12 सालों से ज्यादा की सजा हो सकती है ताकि वे हमें लंबे समय तक दूर कर सकें। एमडीपी के अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रवक्ता हामीद अब्दुल गफूर ने भी परेशान किए जाने के आरोप लगाए।
हामीद अब्दुल गफूर ने बताया कि हमारे कई सांसदों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें शारीरिक यातना दी गई हैं। नए राष्ट्रपति के अपनी कैबिनेट में सात नए सदस्यों को लेने के वक्त प्रदर्शनकारियों ने संसद को घेर रखा था। नए सदस्यों में पूर्व तानाशाह मौमून अब्दुल गयूम की सहयोगी और देश की प्रथम महिला एटॉर्नी जनरल शामिल हैं। करीब आधा दर्जन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया और बाद में छोड़ दिया गया। सांसद गफूर ने बताया कि हमनें संसद के भीतर मिलने का फैसला किया क्योंकि हमें नहीं लगता कि उसके बाहर कोई जगह सुरक्षित थी। घटनाक्रमों से हम सहमे हुए थे। हम सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी हमें डराने और आतंकित करने के लिए की गई । यह एक तख्तापलट है और इसमें कोई शंका नहीं है । हमनें इसे झेला है। हालांकि नई सरकार के वरिष्ठ सूत्रों ने बदले की कार्रवाई से इनकार किया है और कहा है कि हालात को सामान्य बनाने के सारे प्रयास किए जा रहे हैं ।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 13, 2012, 14:23