Last Updated: Thursday, October 6, 2011, 03:08
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोदुनिया को आई फोन और पैड से लैस करने वाले एप्पल कंपनी के पूर्व सीईओ और सह संस्थापक स्टीव जॉब्स का निधन हो गया है. सिलिकॉन वैली के शिखर पुरूष के तौर पर जानेवाले स्टीव जॉब्स वह 56 वर्ष के थे.
एप्पल कंपनी के निदेशक मंडल ने एक बयान जारी कर इसकी सूचना दी है. एप्पल ने कहा है कि स्टीव की अद्वितीय प्रतिभा और ऊर्जा ने लोगों के जीवन स्तर को उठाने में मदद की, उनकी कमी को भुलाया नहीं जा सकता.
स्टीव जॉब्स पिछले एक दशक से कई बीमारियों से जूझ रहे थे. वर्ष 2004 में उन्हें कैंसर हुआ और 2009 में उनके लीवर का ट्रांस्प्लांट करना पड़ा. लगातार बिगड़ती तबीयत के कारण वह एप्पल के कामकाज से दूर रहने लगे और छह हफ्ते पहले उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया. फिलहाल यह कमान टिम कुक के पास है.
यह भी विडंबना कही जा सकती है कि स्टीव जॉब्स के निधन के दिन ही एप्पल ने आई फोन का ताजा संस्करण बाजार में पेश किया. मंदी के बावजूद स्टीव ने एप्पल की ओर से एक से बढ़ कर एक उत्पाद बाजार में पेश किए जिसे ग्राहकों ने हाथो हाथ लिया.
पिछले कुछ वर्ष से स्टीव की बिगड़ती तबीयत नजर आने लगी थी और हर बार वह जब एप्पल के नये नवेले उत्पादों को पेश करने के मौके पर सार्वजनिक तौर पर सामने आते थे तो पहले से ज्यादा कमजोर और निस्तेज नजर आते थे.
अगस्त में प्रौद्योगिकी जगत को ताज्जुब में डालने वाले घटनाक्रम में जाब्स ने एप्पल के सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया और टिम कुक को अपना उत्तराधिकारी बनाया.
एप्पल के सबसे ज्यादा प्रचलित और प्रतिष्ठित उत्पाद जैसे आई पॉड, आई फोन और आई पैड जाब्स की दूरदर्शिता और कौशल का परिणाम थे. उनके नेतृत्व में एप्पल ने आई पॉड के जरिए संगीत जगत की नयी परिभाषा गढ़ी. आई फोन ने मोबाइल की दुनिया का अंदाज बदला और आई पोड ने मनोरंजन और मीडिया जगत को नये मायने दिए.
अगस्त में एप्पल ने कुछ वक्त के लिए एक्सोन मोबाइल को पछाड़कर देश की सबसे मूल्यवान कंपनी होने का गौरव हासिल किया, जब उसकी बाजार पूंजी 346 अरब डालर तक पहुंच गई.
अगले वर्ष उन्होंने नैक्स्ट कंप्यूटर की स्थापना की. 1986 में उन्होंने लुकासफिल्म के कंप्यूटर ग्राफिक्स डिवीजन को खरीद लिया और इसे एक स्वतंत्र एनीमेशन स्टूडियो पिक्सर के तौर पर फिर से स्थापित किया.
करीब एक दशक बाद 1996 में एप्पल ने नैक्स्ट को खरीद लिया और जाब्स को एप्पल में वापिस लाया गया. 1997 से जाब्स ने कंपनी के सीईओ के तौर पर काम शुरू किया और जीवन के अंतिम दिनों तक इसी पद पर बने रहे.
स्टीव जाब्स ने शांतिपूर्वक ली सांस: परिवारएप्पल के सह संस्थापक स्टीव जाब्स के परिवार ने कहा कि जाब्स ने शांतिपूर्वक अपनी अंतिम सांस ली. उन्होंने उन लोगों को याद किया जिन्होंने कैन्सर से मुकाबले के दौरान उनका साथ दिया था.
जाब्स के परिवार ने एक बयान में कहा कि स्टीव ने शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली और उस समय परिवार के लोग उनके पास थे. सार्वजनिक जीवन में स्टीव को एक दूरदृष्टा के तौर पर जाना जाता है, जबकि निजी जीवन में उन्होंने अपने परिवार का पूरा ख्याल रखा.
First Published: Thursday, October 6, 2011, 14:26