Last Updated: Tuesday, June 18, 2013, 20:39
लंदन : अफगानिस्तान से तालिबान को 2001 में सत्ता से बेदखल करने के बाद मंगलवार को पहली बार नाटो ने पूरे अफगानिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों को सौंप दी।
एक समाचार चैनल अनुसार, काबुल में एक समारोह के दौरान अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि बुधवार से हमारे सुरक्षा बल एवं सैन्य बल पूरे देश की सुरक्षा गतिविधि संभालेंगे।
नाटो के नेतृत्व वाली अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल (आईएसएएफ) ने मंगलवार को इस समारोह में अंतिम 95 जिलों का नियंत्रण सौंपा। यह हस्तांतरण प्रक्रिया 2011 में शुरू की गई थी। जिन जिलों का नियंत्रण अफगानिस्तान को सौंपा गया उनमें पाकिस्तान की सीमा से लगे कांधार के 13 जिले तथा नांगरहर, खोश्त और पाकटिका के 12-12 जिले शामिल हैं।
वर्तमान समय में अफगानिस्तान में आईएसएएफ के करीब 97,000 सैनिक मौजूद हैं, जो 50 सहयोगी देशों के हैं। इनमें सर्वाधिक संख्या में करीब 68,000 सैनिक अमेरिका से हैं। वर्ष 2014 के आखिर तक लगभग सभी अंतर्राष्ट्रीय सैनिक अफगानिस्तान से बाहर चले जाएंगे तथा बहुत थोड़ी संख्या में सुरक्षा बल अफगानिस्तान के सैनिकों को प्रशिक्षण एवं सलाह देने के लिए रुकेंगे।
इस बीच तालिबान के नजदीकी सूत्रों के हवाले से कहा गया कि तालिबान ने संभवत: मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में अपना एक कार्यालय खोला है। करजई ने कहा कि वह तालिबान से शांति पर बातचीत के लिए प्रतिनिधियों को दोहा भेजेंगे। अफगानिस्तान सुरक्षा बल में छह वर्ष पहले सुरक्षाकर्मियों की संख्या 40,000 से बढ़कर आज उनकी संख्या करीब 3,50,000 हो चुकी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 18, 2013, 20:39