`नाटो पर हमलों के लिए पाक-ईरान की खुफिया एजेंसी जिम्मेदार`

`नाटो पर हमलों के लिए पाक-ईरान की खुफिया एजेंसी जिम्मेदार`

`नाटो पर हमलों के लिए पाक-ईरान की खुफिया एजेंसी जिम्मेदार`वॉशिंगटन : अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई के शीर्ष सलाहकारों ने अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों पर हमलों में अचानक से आयी तेजी का ठीकरा पाकिस्तानी और ईरानी खुफिया एजेंसियों के सिर फोड़ा है।

अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक रिपोर्ट में अफगान अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि महीनों चली जांच के बाद करजई की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी इस नतीजे पर पहुंचे कि पाकिस्तान और ईरान की खुफिया एजेंसी थल सेना और पुलिस नौजवान अफगानियों की भर्ती कर रही है। अफगान युवाओं की भर्ती का मकसद अमेरिकी और नाटो सैनिकों को निशाना बनाना था।

अफगान अधिकारियों ने कहा, ‘ये पड़ोसी मुल्क अफगान थल सेना और पुलिस की बढ़ती ताकत से चिंतित हैं। लिहाजा उन्होंने घुसपैठ कराने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। उनकी नजरें 2014 में देश से अमेरिकी और नाटो सैनिकों की वापसी पर हैं।’ राष्ट्रपति के प्रवक्ता आयमाल फैजी ने कहा कि इस्लामाबाद और तेहरान ये अंदरूनी हमले इसलिए कर रहे हैं ताकि इनके जरिए अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की मजबूती को परखा जा सके।

फैजी ने कहा कि अधिकारियों के पास ‘दस्तावेजों, टेलीफोन कॉलों, तस्वीरों और ऑडियो के रूप में ऐसे सबूत हैं जिनसे हमारी जांच के नतीजों की तस्दीक होती है। इन सबूतों के जरिए लोगों और विदेशी खुफिया एजेंसियों के बीच संपर्कों को साबित किया जा सकता है।’ अमेरिकी और दूसरे नाटो देशों ने हमलों में आयी तेजी पर चिंता जाहिर की है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस मुद्दे पर अफगान नेताओं से बातचीत के लिए अपने शीर्ष कमांडर को भेजा। अमेरिका के एक अनुमान के मुताबिक, अफगनिस्तान में अब तक हुए अंदरुनी हमलों में 40 नाटो सैनिकों की जान गई है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 23, 2012, 16:56

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