नार्वे: गिरफ्तार भारतीय दंपति पर फैसला आज

नार्वे: गिरफ्तार भारतीय दंपति पर फैसला आज

नार्वे: गिरफ्तार भारतीय दंपति पर फैसला आजज़ी न्यूज ब्यूरो

नार्वे: नार्वे में अपने बच्चे के साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले भारतीय दंपति की गिरफ्तारी के मामले में अदालत सोमवार को अपना फैसला सुनाएगी। भारतीय दंपति चंद्रशेखर वल्लभनेनी और उनकी पत्नी अनुपमा को अपने बेटे के साथ लगातार बदसलूकी करने, उसे धमकाने और उसके साथ हिंसक बर्ताव करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। इस मामले पर फैसला ओस्लो जिला अदालत में होगा।

चंद्रशेखर के भतीजे वी सैलेन्द्र का कहना है कि दंपति के सात वर्षीय बेटे ने स्कूल बस में पैंट में पेशाब कर दिया था। इस बारे में उसके पिता को सूचित करने पर उन्होंने बच्चे को धमकाया कि अगर वह दोबारा ऐसा करेगा तो उसे भारत वापस भेज दिया जाएगा ।

नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्रालय इस मामले पर पिछले आठ माह से काम कर रहा है। दंपत्ति के बच्चे को अधिकारी पहले भी ले गए थे लेकिन कोशिशों बाद मई में उन्हें उनका बच्चा वापस मिला था।

दंपत्ति के खिलाफ लगाए गए आरोप आपराधिक प्रवृति के हैं। पुलिस विभाग ने कहा है कि इस दंपति पर अपने बच्चे को धमकाने, हिंसा करने और दंड संहिता की धारा-219 के तहत लगातार अन्य गलत बर्तावों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अभियोजन पक्ष ने मां के लिए 15 माह और पिता के लिए 18 माह की कैद की सजा की मांग की है। इस मामले में फैसला सोमवार यानि तीन दिसंबर को सुनाया जाएगा।

अपीली अदालत भी बचाव पक्ष की अपील पर सुनवाई की तैयारी कर रही है। दंपत्ति के अनुरोध पर ओस्लो स्थित भारतीय मिशन ने अनुरोध किया कि उनके काउंसिलर को दंपत्ति से मिलने दिया जाए। अधिकारी ने चंद्रशेखर के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि भारतीय मिशन लगातार उनके वकील से संपर्क बनाए हुए है और वे किसी भी सहायता के लिए तैयार हैं।


इस घटना के कुछ समय पहले ही एक अन्य भारतीय दंपति और उनके बच्चों का ऐसा मामला सामने आया था।
तब तीन वर्षीय अभिज्ञान और चार वर्षीय ऐश्वर्या नामक दो बच्चों को नॉर्वे की बाल कल्याण संस्था ने उनके माता पिता अनुरूप और सागरिका भट्टाचार्य से ‘भावनात्मक अलगाव’ होने के आधार पर बीते साल मई माह में अलग कर दिया था। (एजेंसी)

First Published: Monday, December 3, 2012, 09:05

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