Last Updated: Sunday, May 27, 2012, 00:25
काठमांडो : संविधान के मसौदे को लेकर बड़े राजनीतिक दलों के बीच कोई समझौता नहीं होने से नेपाल में राजनीतिक अनिश्चितता का माहौल है क्योंकि मसौदा तैयार करने की कल रात तक की समयसीमा समाप्त हो रही है जिसके बाद संविधान सभा का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी यूसीपीएन-माओवादी और सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी नेपाली कांग्रेस नये संविधान में संघीय ढांचे का प्रारूप अपनाने को लेकर उलझे हुए हैं।
नेपाली कांग्रेस के नेता अजरुन नरसिंह खत्रीछेत्री ने कहा कि माओवादी और नेपाली कांग्रेस सहित चार बड़ी राजनीतिक दलों के बीच वार्ता में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है क्योंकि माओवादी एकल जाति पहचान पर आधारित संघीय ढांचा लागू करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि इसके विपरीत नेपाली कांग्रेस ने बहुजातीय आधार के साथ भौगोलिक स्थिति और आर्थिक व्यावहारिकता का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि तीन बड़े दलों यूसीपीएन (माओवादी), नेपाली कांग्रेस और सीपीएन यूएमएल के अलावा संयुक्त मधेसी फ्रंट के शीर्ष नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक आज बेनतीजा समाप्त हुई। दलों ने एक दूसरे के रूख पर असहमति जताई।
माओवादी उपाध्यक्ष नारायण काजी श्रेष्ठ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सभी दलो के बीच सहमति नहीं बन पाई। नेपाली कांग्रेस के नेता खत्रीछेत्री ने कहा कि अब संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए केवल 24 घंटे बचे हैं लेकिन अब भी गतिरोध के कई मुद्दे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 27, 2012, 00:25