Last Updated: Tuesday, March 13, 2012, 17:34
ढाका : बांग्लादेश के सबसे त्रासदीपूर्ण हादसों में से एक में मंगलवार को एक नौका के तेल टैंकर से टकराने के बाद पलट जाने से महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई जबकि 150 से ज्यादा लापता हैं। नौका में तकरीबन 300 लोग सवार थे।
एक दमकल अधिकारी ने बताया कि अब तक चार बच्चों सहित 35 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
हादसा दक्षिणी ढाका से करीब 32 किलोमीटर दूर उपनगर मुंशीगंज जिले में मेघना नदी में तब हुआ जब नौका सामने से आ रहे एक तेल टैंकर से टकरा गयी।
इनलैंड वाटरवेज पैसेंजर करियर एसोसिएशन के अध्यक्ष बडीउज्जमां बादल ने बताया कि, 50 यात्री तैर कर किनारे आ गये या निकटवर्ती मछली पकड़ने की नौकाओं और दो अन्य नौकाओं की मदद से बचा लिये गए। हमें 150 यात्रियों के लापता होने की आशंका है। बचावकर्मी और नौसेना फंसे यात्रियों को बाहर निकालने के मद्देनजर डूबी डबल डेकर नौका को उपर लाने के लिए घंटों से कड़ी मशक्कत कर रहे हैं।
मीडिया रिपोटरें में हादसे की शिकार यात्री नौका की पहचान एमवी शरीयतपुर के रूप में की गई है।
जहाजरानी मंत्री शाहजहां खान ने कहा कि यह एक व्यापारिक और यात्री नौका थी जो रेत और मिर्च को लेकर ढाका की ओर आ रही थी जब सुबह करीब तीन बजे यह हादसा हुआ।
मंत्री ने कहा, डूबी नौका में और लोगों के फंसे होने की आशंका है और बचाव नौका डूबी हुई नौका को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, अंदर और शवों के होने से हमें मृतक संख्या के बढ़ने की आशंका है। जबकि स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि डूबी हुई नौका को सतह पर लाने के बाद ही हताहतों की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा।संचालकों के यात्रियों की सूची को कम ही रखने के कारण हादसे का शिकार यात्रियों की संख्या को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है। अधिकतर यात्री सवार होने के बाद ही टिकट लेते हैं।
उन्होंने बताया कि डबल डेक एमवी शरियतपुर-एक पश्चिमी शरियतपुर से ढाका सदरघाट टर्मिनल की ओर लौट रही थी तभी आज सुबह तीन बजे तेल टैंकर से वह टकरा गयी। हादसे में बचे लोगों का कहना है कि जब नौका डूबी तब अधिकतर यात्री सो रहे थे। यह पश्चिमी शरीयतपुर के सुरेश्वर से ढाका के सदरघाट टर्मिनल की ओर आ रही थी। बचाव अभियान में जुटे एक अधिकारी ने कहा, मैंने पानी पर शवों को तैरते हुए देखा। हमने उनमें से कई को निकाला।
अधिकारियों का कहना है कि रजिस्टर तैयार नहीं किए जाने के कारण यात्रियों की संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकती। अधिकतर यात्री शरीयतपुर के रहने वाले थे जो कामकाज या व्यापार के सिलसिले में ढाका आ रहे थे। लापता तीन यात्री बांग्लादेश में जन्में अमेरिकी नागरिक थे।
जहाजरानी मंत्री ने कहा, बचाव अभियान तब तक चलता रहेगा जब तक (लोगों को) और शवों को निकाल नहीं लिया जाता। हम तीन जांच समितियों की रिपोर्ट के बाद आवश्यक कदम उठाएंगे। एक अन्य जहाज हम्जा बचाव अभियान के लिए रवाना। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 13, 2012, 23:04