Last Updated: Sunday, November 25, 2012, 11:09

काहिरा : मिस्र में राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी के असीमित अधिकार हासिल किए जाने को देश की न्यायपालिका ने अपनी स्वतंत्रता पर ‘अभूतपूर्व हमला’ करार देते हुए राष्ट्रपति को आड़े हाथ लिया है। देश में तनाव बढ़ गया है, अदालतों में हड़ताल शुरू हो गई है तथा देश की दंगा निरोधक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस का प्रयोग किया।
मोरसी ने गुरुवार को घोषणा की थी कि अदालतें जून में उनके सत्ता संभालने के बाद से उनके द्वारा जारी किए गए किसी भी आदेश या कानून को नए संविधान को अंतिम रूप दिए जाने तक छह माह की अवधि में खारिज नहीं कर सकेंगी। मिस्र के शीर्षतम न्यायपालिका प्राधिकार ने मोरसी के उस आदेश की आलोचना की है जिसके तहत उनके निर्णय को न्यायिक समीक्षा से मुक्त रखा जाएगा।
उच्चतम न्यायिक परिषद ने एक बयान में कहा कि नयी संवैधानिक घोषणा ‘न्यायपालिका और उसके फैसलों की स्वतंत्रता पर एक अभूतपूर्व हमला है।’ संवैधानिक घोषणा को रद्द करने की मांग को लेकर कालीओबिया और मिस्र के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेक्जेंड्रिया में अदालतें और अभियोजनक कार्यालयों में हड़ताल शुरू हो गई। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 25, 2012, 11:09