Last Updated: Friday, August 23, 2013, 14:27
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में अब तक के सबसे बड़े उपचुनावों में सत्ताधारी पीएमएल-एन बड़ी संख्या में सीटों पर कब्जा जमाते हुए सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। ये उपचुनाव 41 निर्वाचन क्षेत्रों में हुए थे। चुनाव आमतौर पर शांतिपूर्वक एवं पारदर्शी तरीके से ही संपन्न हुए हालांकि कुछ क्षेत्रों में महिलाओं को मतदान नहीं करने दिया गया।
क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने नेशनल असेंबली की दो प्रमुख सीटें खो दीं जो पार्टी प्रमुख ने ही खाली की थीं। सत्ताधारी पार्टी पीएमएल-एन ने भी अपना गढ़ माने जाने वाली पंजाब असेंबली में तीन सीटें खो दीं।
इनमें से दो सीटें पीएमएल-एन के दिग्गज नेता मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और सरदार जुल्फीकार खोसा ने खाली की थीं। नेशनल असेंबली के अनधिकृत नतीजों के अनुसार पीएमएल-एन ने पांच सीटें जीतीं, पीपीपी ने दो सीटें, इमरान की पार्टी ने तीन और अवामी नेशनल पार्टी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट एवं पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी ने एक-एक सीट जीती। पंजाब असेंबली के उपचुनावों में पीएमएल-एन का बोलबाला रहा। उसने वहां की 15 सीटों में से 12 पर कब्जा किया। पीपीपी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ दोनों ही दो-दो सीटों से आगे चल रहे थे। सिंध असेंबली में एमक्यूएम को तीन जबकि पीपीपी को एक सीट मिली।
41 सीटों के लिए हुए इन उपचुनावों में कुल 519 प्रत्याशी मैदान में थे। उपचुनाव नेशनल असेंबली की 25 और प्रांतीय असेंबलियों की 26 सीटों के लिये हुए। चुनाव अधिकारियों ने नौशेरा और लक्की मारवत में परिणामों पर रोक लगा रखी है। इन इलाकों में महिलाओं को मतदान नहीं करने दिया गया था। दोबारा चुनाव की नयी तारीख की घोषणा अभी तक नहीं की गई। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 23, 2013, 14:26