Last Updated: Monday, March 4, 2013, 21:15

काबुल : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई अपने करीबी सहयोगी पाकिस्तान पर एक बार फिर जमकर बरसे और कहा कि पाकिस्तानी मौलवी का अफगानिस्तान में आत्मघाती हमलों की हिमायत करने वाला बयान यह दिखाता है कि पड़ोसी देश आतकंवाद से संघर्ष के प्रयासों में संजीदा नहीं है । करजई ने यहां पहुंचे नाटो के महासचिव आंद्रे फॉग रासमुसेन के साथ आज संवाददाताओं से बात करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हाल में हुए विस्फोट यह दिखाते हैं कि उस देश में हालात काबू से बाहर हो गए हैं और दोनों देश एक ही आग में जल रहे हैं।
पाकिस्तानी मौलवियों की काउंसिल के अध्यक्ष ने पिछले सप्ताह कहा था कि अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले जायज हैं क्योंकि नाटो सैनिक आक्रमणकारी हैं जो देश पर कब्जा किए हुए हैं। अफगानिस्तान सरकार पहले भी मौलवी के बयान की भर्त्सना कर चुकी है, लेकिन अब ऐसा लगता है कि करजई ने यह कहकर ऐसा जताना चाहते हैं कि मौलवी का यह बयान पाकिस्तान सरकार के रूख का प्रतिनिधित्व करता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 4, 2013, 21:15