Last Updated: Wednesday, June 20, 2012, 18:28

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को अयोग्य ठहराने के फैसले के बाद देश के मीडिया में इसको लेकर तमाम टिप्पणियां और सवाल खड़े किये गए हैं। इस घटनाक्रम को कुछ लोग ‘न्यायिक तख्तापलट’ के रूप में देख रहे हैं।
मीडिया के एक वर्ग ने शीर्ष अदालत द्वारा गिलानी को प्रधानमंत्री के पद के लिए अयोग्य घोषित किए जाने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञ यह सवाल कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने से मना करने को देखते हुए अवमानना का दोषी ठहराए जाने के करीब दो महीने बाद न्यायपालिका ने यह कार्रवाई क्यों की।
गिलानी को अयोग्य ठहराए जाने की खबर पाकिस्तानी समाचार पत्रों के प्रथम पृष्ठ पर प्रमुखता से प्रकाशित हुई है। ‘द न्यूज’ का शीर्षक है ‘प्रधानमंत्री जी बाहर का रास्ता नापिये’। प्रभावशाली अखबार ‘डॉन’ कहता है ‘प्रधानमंत्री का बिस्तरा गोल।’ पाक अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने ‘एक न्यायिक तख्तापलट’ शीर्षक से लिखे संपादकीय में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के समय और उसके पीछे के कारणों पर सवाल उठाए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 20, 2012, 18:28