पाकिस्तान में फिल्म विरोधी प्रदर्शन हुआ हिंसक, सेना तैनात

पाकिस्तान में फिल्म विरोधी प्रदर्शन हुआ हिंसक, सेना तैनात

पाकिस्तान में फिल्म विरोधी प्रदर्शन हुआ हिंसक, सेना तैनातज़ी न्यूज़ ब्यूरो
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में इस्लाम विरोधी प्रदर्शन गुरुवार को तब और उग्र हो गया जब प्रदर्शनकारी राजधानी इस्लामाबाद स्थित डिप्लोमैटिक जोन में घुस गए। करीब एक हजार से अधिक गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भारी सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए दूतावासों तक पहुंचने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं।

पाकिस्तान में इस्लाम विरोधी अमेरिकी फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्शनों के हिंसक होने और स्थिति पर काबू पाने में पुलिस के नाकाम रहने के बाद प्रशासन ने सेना को बुलाया है ताकि राजनयिकों, राजनयिक प्रतिष्ठानों तथा महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

इस्लामी जमीयत-ए-तलबा सहित कई छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद के रेड जोन इलाके में एकत्र होना शुरू कर दिया था। इसी इलाके में अमेरिका और कई अन्य देशों के दूतावास हैं। जिस इलाके में प्रदर्शनकारी घुसे हैं उस इलाके में भारतीय दूतावास नहीं है। खबर के अनुसार पाक स्थित भारतीय दूतावास के सभी अधिकारी व कर्मचारी सुरक्षित हैं।

दिन में करीब दो बजे तक इलाके में भारी भीड़ एकत्र हो गई थी। ये लोग इस्लाम विरोधी फिल्म ‘इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स’ को लेकर अपना विरोध जता रहे थे। इनके अलावा अहले सुन्नत वल जमात और जमात-उ-दावा जैसे कट्टरपंथी संगठनों के हजारों कार्यकर्ता एक रैली की शक्ल में इस्लामाबाद पहुंचे। करीब तीन घंटे तक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प होती रही। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाईं। पुलिस ने लाठियां भी भांजी। झड़प में कम से कम नौ पुलिसकर्मी और छह छात्र घायल हुए हैं।

इस्लामाबाद में स्थिति को संभालने में पुलिस के नाकाम रहने के बाद गृह मंत्रालय ने सेना को बुलाया जिसके बाद स्थिति काबू में आ सके। प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो पुलिस चौकियों को आग के हवाले कर दिया। डिप्लोमैटिक एनक्लेव के निकट स्थित सेरेना होटल के निकट बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए थे। प्रशासन ने इन्हें रोकने के लिए कई प्रमुख सड़कों को खाली कंटेनरों के जरिए बंद कर रखा था, लेकिन कई प्रदर्शनकारी बैरियर लांघकर घुस गए। स्थानीय चैनलों पर कई घायल पुलिसकर्मियों की तस्वीरें प्रसारित की गईं। घायल पुलिसकर्मियों को उनके साथियों द्वारा अस्पताल ले जाते दिखाया गया।

पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े जाने और रबर गोलिया चलाए जाने के कुछ देर बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी रेड जोन इलाके की ओर बढ़ते दिखाई दिए। ये लोग कार और मोटरसाकिलों पर सवार थे। कई लोगों के हाथ में लाठी-डंडे थे। पाकिस्तानी सरकार ने इस फिल्म की निंदा करते हुए कल ‘पैगम्बर प्रेम दिवस’ मनाने और राष्ट्रीय अवकाश का एलान किया है। पाकिस्तान में अब तक प्रदर्शनों में दो लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हुए हैं।

First Published: Thursday, September 20, 2012, 19:08

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