Last Updated: Saturday, January 21, 2012, 13:51
वाशिंगटन : पाकिस्तान में 26 नवंबर 2011 को नाटो के एक हमले में 24 सैनिकों की मौत के बाद की पृष्ठभूमि में अमेरिका ने पाकिस्तान में असैन्य सहायता नहीं रोकी है।
इस बाबत पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने ईमेल पर भेजे गए वक्तव्य में कहा, ‘पाकिस्तान को असैन्य सहायता जारी है और 26 नवंबर के त्रासदपूर्ण घटना के बाद इसमें कोई रूकावट नहीं आई है।’ 26 नवंबर की घटना में सीमा पार से नाटो के एक हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद इस्लामाबाद और वाशिंगटन के संबंधों में खटास आ गई थी।
विदेश विभाग ने कहा, ‘अक्तूबर 2009 में केरी लूगर बर्मन विधेयक के पारित होने के बाद अमेरिका ने असैन्य सहायता के तौर पर करीब 2.2 अरब अमेरिकी डॉलर आवंटित किए हैं जिसमें आपातकालीन मानवीय सहायता के तौर पर 55 करोड़ अमेरिकी डॉलर की रकम शामिल है।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 21, 2012, 21:21