Last Updated: Tuesday, December 13, 2011, 08:52
वाशिंगटन : अमेरिकी काग्रेस की ओर से पाकिस्तान को मिलने वाली 70 करोड़ डॉलर की मदद पर रोक लगाने का प्रस्ताव दिया गया है। पहले से तनावपूर्ण चल रहे अमेरिका-पाकिस्तान रिश्तों में काग्रेस के इस कदम से और तल्खी आ सकती है। इस मामले पर रुख कड़ा करते हुए सीनेट और प्रतिनिधि सभा की एक समिति ने कल पाकिस्तान को दिए जाने वाले 70 करोड़ डॉलर की मदद रोकने पर सहमति जताई।
यह सहमति रक्षा अनुज्ञा विधेयक (डिफेंस ऑथराइजेशन बिल- 2012) के संदर्भ में बनी है। पाकिस्तान पर यह सख्ती करने के साथ ही इस विधेयक का लक्ष्य ईरान के सेंट्रल बैंक को निशाना बनाना और गुआंतनामो खाड़ी की जेल को बंद करने की योजना के संदर्भ में नई बंदिशें लगाना है।
इस विधेयक पर दोनों सदनों में इसी सप्ताह मतदान होगा। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पहले ही आगाह कर दिया है कि वह ऐसे किसी भी विधेयक पर वीटो करेंगे, जिसमें अमेरिका को निशाना बनाने वाले संदिग्ध आतंकियों को सैन्य हिरासत में भेजे जाने की बात होगी। पाकिस्तान दुनिया के उन देशों में शामिल है, जिन्हें अमेरिका से बहुत अधिक मदद मिलती है। काग्रेस के इस नए कदम को मंजूरी मिलने के बाद पाकिस्तान को दी जाने वाली अमेरिकी मदद का एक बेहद छोटा हिस्सा ही इस्लामाबाद तक पहुंच पाएगा।
इस कदम से दोनों देशों के रिश्तें में और तल्खी आ सकती है। नाटो हमले में पाकिस्तान के 24 सैनिकों के मारे जाने के बाद से दोनों मुल्कों के रिश्तों में पहले ही तल्खी काफी बढ़ चुकी है। काग्रेस की समिति के इस प्रस्तावित कदम की पृष्ठभूमि आईईडी विस्फोटकों का प्रसार है। इसका इस्तेमाल आतंकवादी अफगानस्तिान में अमेरिकी और नाटो सैनिकों के खिलाफ करते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 13, 2011, 17:51