पाक तालिबान को भी नवाज सरकार से हैं उम्मीदें

पाक तालिबान को भी नवाज सरकार से हैं उम्मीदें

पाक तालिबान को भी नवाज सरकार से हैं उम्मीदेंइस्लामाबाद : प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने कहा है कि यदि पाकिस्तान की नई सरकार वार्ता की उसकी पेशकश पर गंभीरता दर्शाती है तो युद्धविराम की संभावना पर विचार से उसका इनकार नहीं है। तालिबान के प्रवक्ता अहसानुल्लाह अहसान ने कहा कि यदि पीएमएल एन द्वारा गठित की जाने वाली आगामी सरकार वार्ता की अपनी पेशकश को गंभीरता से लेती है तो उनका संगठन सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाएगा।

संगठन ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की अगुवाई वाली पिछली सरकार के साथ फरवरी में ‘सशर्त वार्ता’ का प्रस्ताव किया था लेकिन ‘सकारात्मक’ जवाब नहीं मिलने पर इस पेशकश को वापस ले लिया गया। अहसान ने किसी अज्ञात स्थान से फोन पर बताया, ‘यदि वे (नई सरकार) हमारी वार्ता की पेशकश को गंभीरता से लेते हैं और कुछ प्रगति करते हैं तो हम हमले रोक सकते हैं।’ देश के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे पीएमएल एन के प्रमुख नवाज शरीफ ने इस सप्ताह कहा था कि तालिबान की वार्ता की पेशकश को गंभीरता से लिया जाएगा।

अहसान ने कहा, ‘हमने नवाज शरीफ की टिप्पणी देखी है और हमारी वार्ता की पेशकश पर हम उनके बयान का सम्मान करते हैं।’ उन्होंने दावा किया, ‘मैं दोहराऊंगा कि हम वार्ता की अपनी पेशकश पर गंभीर हैं लेकिन निवर्तमान शासकों ने गैर गंभीर रवैया अपनाया था।’ उन्होंने कहा, ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान अब युद्धविराम की घोषणा नहीं कर रहा है और ऐसा कोई भी फैसला नई सरकार के रवैये पर निर्भर करेगा।’

अहसान ने कहा, ‘मैं अभी यह नहीं कह सकता हूं कि हम हमले रोक रहे हैं लेकिन नई सरकार द्वारा कुछ गंभीर कदम उठाने पर सद्भावना के तौर पर हमलों को रोकने की संभावना हो सकती है।’ तालिबान ने आम चुनाव से पूर्व पीपीपी तथा उसके धर्मनिरपेक्ष झुकाव रखने वाले सहयोगी दलों अवामी नेशनल पार्टी तथा मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट को बार बार निशाना बनाया था और तीनों दलों को मजबूरन अपना चुनाव प्रचार अभियान नाटकीय रूप से सीमित करना पड़ा था। प्रचार अभियान के दौरान तथा मतदान के दिन उग्रवादियों द्वारा किए गए हमलों और बम विस्फोटों में 200 से अधिक लोग मारे गए । (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 16, 2013, 17:41

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