Last Updated: Friday, March 9, 2012, 15:35
इस्लामाबाद : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख असद दुर्रानी ने सुप्रीम कोर्ट में स्वीकार किया कि वर्ष 1990 में तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल मिर्जा असलम बेग और दिवंगत राष्ट्रपति गुलाम इसहाक खान के निर्देश पर उन्होंने पाकिस्तानी राजनेताओं को करोड़ों रुपए बांटे थे।
दुर्रानी की स्वीकारोक्ति बैंकर यूनुस हबीब के शीर्ष अदालत में किए गए उस दावे की पुष्टि है जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना समर्थित राजनीतिक दल इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद के राजनेताओं को 40 करोड़ रुपए बांटा गया था ताकि वर्ष 1990 आम चुनाव के परिणामों को प्रभावित किया जा सके।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए सुरक्षा प्रतिष्ठानों के समर्थन से आईजीआई की स्थापना की गई थी। प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ के समक्ष उपस्थित हुए दुर्रानी ने स्वीकार किया कि यह अभियान सेना प्रमुख बेग और दिवंगत राष्ट्रपति खान के निर्देश पर चलाया गया था।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 9, 2012, 21:05