पाक ने चकमा देने में सक्षम हत्फ-नौ मिसाइल का किया परीक्षण, Pakistan successfully tests Hatf-6.

पाक ने चकमा देने में सक्षम हत्फ-नौ मिसाइल का किया परीक्षण

पाक ने चकमा देने में सक्षम हत्फ-नौ मिसाइल का किया परीक्षण इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने सोमवार को परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम हत्फ-नौ मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। करीब 60 किमी की मारक क्षमता वाली यह मिसाइल अब तक की ज्ञात सभी मिसाइल रोधी रक्षा प्रणालियों को मात देने में सक्षम है।

सेना ने एक बयान में कहा है कि मल्टी ट्यूब लॉन्चर से एक के बाद एक कर दो हत्फ-नौ मिसाइलों को दागा गया। सतह से सतह पर मार करने में सक्षम संक्षिप्त दूरी की मिसाइल का यह परीक्षण सफल रहा।

हत्फ-नौ यानी नस्र मिसाइल उच्च सटीकता वाले परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम है।

बयान में कहा गया है, ‘यह त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली चार मिसाइल दाग सकती है और आसपास के परिदृश्य के संदर्भ में खतरे के खिलाफ प्रतिरोध सुनिश्चित करती है। नस्र को खास तौर पर डिजाइन किया गया है जिससे यह अब तक की ज्ञात सभी परमाणु रोधी रक्षा प्रणालियों को परास्त कर सकती है।’

इस परीक्षण के दौरान जॉइन्ट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल खालिद शमीम वायने, रणनीतिक योजना विभाग के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल :अवकाशप्राप्त: खालिद अहमद किदवई, सैन्य रणनीतिक बल कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल तारिक नदीम गिलानी, सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी और रणनीतिक प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिक तथा इंजीनियर मौजूद थे।

बयान में यह नहीं बताया गया है कि परीक्षण कहां किया गया। रणनीतिक प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों को अपने संबोधन में जनरल वायने ने नस्र शस्त्र प्रणाली के संचालन में उच्च स्तरीय मानकों और दक्षता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल हर तरह के हमले के खिलाफ पाकिस्तान की सुरक्षा को चाकचौबंद बनाए रखने में पूरी तरह सक्षम हैं।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी इस सफल परीक्षण की सराहना की और वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों को बधाई दी। हत्फ-नौ का पहला परीक्षण अप्रैल 2011 में किया गया था। तब विशेषज्ञों और विश्लेषकों ने कहा कि संक्षिप्त दूरी की परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम इस मिसाइल का प्राथमिक उद्देश्य, शत्रुता के दौरान छोटे छोटे एकीकृत समूहों में लड़ने की भारत की रणनीति से सुरक्षा है।

विशेषज्ञों ने कहा कि हत्फ-नौ को एक सचल मल्टीबैरल प्रक्षेपक प्रणाली पर तैनात किया जाएगा जो पहले तो लक्ष्य पर निशाना साधेगी और फिर दुश्मन के जवाबी हमले से बचने के लिए तत्काल दूसरी पोजीशन ले लेगी। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 11, 2013, 16:13

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