Last Updated: Saturday, December 24, 2011, 03:13
वाशिंगटन: अमेरिका ने कहा कि अफगान-पाक सीमा पर 26 नवंबर के नाटो के हमले में पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की घटना की जांच रिपोर्ट को स्वीकार करने से इस्लामाबाद ने इनकार नहीं किया था, बल्कि इसे टाल भर दिया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हादसे की वजह गलतफहमी थी।
विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने एक ब्रीफिंग में संवाददाताओं को बताया कि इस तरह का वर्णन सही नहीं है।
उन्होंने यह बात उस वक्त कही जब उनसे इस खबर के बारे में पूछा गया कि अमेरिकी सेंट्रल कमान के कमांडर जनरल जेम्स पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी से इस मुद्दे के बारे में जानकारी देने वाले थे, लेकिन पाकिस्तान ने इसे स्वीकार नहीं किया।
टोनर ने कहा, ‘मेरे मुताबिक वह समय सही नहीं था। उन्होंने इसे टालने का फैसला किया। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में अभी कुछ अंदरूनी राजनीतिक खींचतान है। इसलिए उन्हें लगा कि इसे टाला जाना ही बेहतर है।’’ टोनर ने कहा, ‘‘उसे रद्द नहीं किया गया। ऐसा मेरा मानना है।’ बहरहाल, विदेश विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की ब्रीफिंग के लिए कोई नयी तारीख अभी तक तय नहीं की गई है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 24, 2011, 09:13