Last Updated: Wednesday, March 14, 2012, 13:38
लाहौर : पाकिस्तान का एक न्यायिक आयोग बुधवार को भारत के लिये रवाना हो गया, जो वहां मुंबई हमले की जांच से जुड़े लोगों के बयान लेगा।
मुंबई हमले के सिलसिले में पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के चरमपंथी जकीउर रहमान लखवी एवं छह अन्य संदिग्धों के खिलाफ मुकदमा चलाया जा रहा है। इस मुकदमे के संदर्भ में भारत में जांच से जुड़े कुछ प्रमुख लोगों से पूछताछ की जायेगी।
पाकिस्तानी आयोग की अध्यक्षता विशेष अभियोजक चौधरी जुल्फिकार अली कर रहे हैं। आयोग के सदस्य पहले दिल्ली पहुंचेगे और फिर मुंबई का दौरा करेंगे।
आयोग में शामिल वकील चौधरी अजहर ने लाहौर हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि इस न्यायिक आयोग के पास जांच करने का कोई अधिकार नहीं है और यह सिर्फ भारतीय अधिकारियों से पूछताछ करेगा एवं सबूत एकत्र करेगा।
अजहर ने कहा, वहां किसी तरह की जांच नहीं होगी। पाकिस्तान की अदालत की ओर से हम सबूतों को एकत्र करेंगे। पाकिस्तानी सरकार के आग्रह पर बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने एक विशेष अदालत गठित की है और हमें अपना काम 14-22 मार्च तक करना है।
आयोग में पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के उप निदेशक आजाद खान उस आतंकवाद विरोधी पाकिस्तानी अदालत के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हैं, जो यहां मुंबई हमले की सुनवाई कर रही है। वकील अजहर के मुताबिक आयोग को उम्मीद है कि वह अपना काम चार से पांच दिनों में पूरा कर लेगा।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान की ओर से मांगे गए सभी सबूत भारत से नहीं मिले हैं। भारत सरकार चार गवाहों को हमारे सामने लाने पर सहमत है और हम उनसे पूछताछ करेंगे। उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई के कई प्रमुख स्थानों पर हमले किए थे। हमले में 166 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 14, 2012, 19:08