Last Updated: Saturday, February 2, 2013, 18:22
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर प्रांत में सुरक्षा बलों की एक जांच चौकी पर आज दर्जनों तालिबान लड़ाकों ने हमला किया जिसमें अर्धसैनिक बलों के छह जवानों और 12 आम लोगों सहित 30 लोग मारे गए हैं।
सुरक्षा बल के जवानों ने तीन घंटे की भीषण लड़ाई के बाद खबर पख्तूनख्वा प्रांत के लक्की मारवात जिले के सेराई नोरांग इलाके में स्थित इस जांच चौकी पर किये गये हमले को विफल कर दिया।
अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने सुबह करीब चार बजे भीषण हमला किया।
पहचान बताने के अनिच्छुक एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘‘12 आतंकवादी मारे गये हैं। चार आतंकवादियों के शव सुरक्षा बलों के कब्जे में हैं जिनमें से दो ने आत्मघाती जैकेट पहने हुये हैं।’
इस हमले में फ्रंटीयर कांस्टेबुलरी के छह जवान मारे गये हैं और आठ अन्य घायल हो गये हैं।
अधिकारी ने बताया कि घायलों को बान्नू और पेशावर में सेना के अस्पतालों में ले जाया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादियों द्वारा दागा गया एक रॉकेट पुलिस चेक पोस्ट के पास स्थित घर में गिरा। उसमें हुए विस्फोट में एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि उग्रवादियों ने एक ‘पटवारी’ के घर में घुसकर दो व्यक्तियों की हत्या कर दी।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता एहसनुल्ला एहसान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने दावा किया कि हमले में चार आत्मघाती हमलावर शामिल थे। उसने कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमले के विरोध में यह हमला किया गया है जिसमें दो तालिबान कमांडर मारे गए थे।
पश्चिमोत्तर प्रांत के संवाददाताओं को किए गए फोन में अहसान ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सेना ड्रोन हमलों में मदद कर रही है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, उग्रवादियों ने चेक पोस्ट को निशाना बनाने के लिए भारी हथियारों का उपयोग किया।
खबरों के मुताबिक, हमले में करीब 40 हमलावर शामिल थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 2, 2013, 18:22