Last Updated: Saturday, March 2, 2013, 20:16

इस्लामाबाद : वर्ष 2008 के मुंबई हमले में शामिल होने के आरोपी सात पाकिस्तानी नागरिकों का अभियोजन शनिवार को दो हफ्तों के लिए टाल दिया गया, जब अभियोजन पक्ष ने न्यायाधीश को सूचित किया कि वे उन्हें पाकिस्तानी न्यायिक आयोग के दौरे के संदर्भ में भारतीय अधिकारियों से शपथ पत्र नहीं मिला है।
पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित अदियाला कारागार में मामले की सुनवायी कर रहे आतंक-निरोधी न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने अभियोजन पक्ष की ओर से यह शपथ पत्र पेश नहीं किये जाने के कारण सुनवायी 16 मार्च तक टाल दी।
इस शपथ पत्र में भारत के अधिकारियों की ओर से यह आश्वासन दिया जाना है कि पाकिस्तानी आयोग को मुंबई में चार मुख्य गवाहों से पूछताछ की इजाजत मिलेगी।
मुख्य अभियोजक चौधरी जुल्फिकार अली ने अदालत को बताया कि भारत सरकार की ओर अभी तक शपथ पत्र नहीं मिला है, जिसका आग्रह पाकिस्तान सरकार ने किया था।
बचाव पक्ष के वकील रिआज चीमा ने प्रेस ट्रस्ट को बताया कि गेंद अब भारतीय अदालत के पाले में है। उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार हम पर मामले में देरी का आरोप लगाती है, लेकिन अब वह पाकिस्तान के आग्रह को मानने में काफी वक्त लगा रही है।’
गौरतलब है कि पाकिस्तान के न्यायिक आयोग को मामले के चार गवाहों से पूछताछ के लिये मुंबई जाना है, लेकिन भारत की ओर से शपथ पत्र मिलने के मुद्दे पर यह दौरा कई हफ्तों से टल रहा है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 2, 2013, 20:16