Last Updated: Wednesday, September 5, 2012, 08:49

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी हिंदुओं की शिकायतों को देखने के लिये राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा बनायी गयी एक संसदीय समिति ने आज सुझाव दिया कि हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटना को तब तक अपहरण के मामले के रूप में देखा जाना चाहिये जब तक कि अधिकारी संबंधित व्यक्ति को बरी न कर दें।
कराची में जरदारी के साथ आज रात एक बैठक के दौरान संघीय मंत्री मौला बक्स चांदिओ के अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय समिति ने हिंदू समुदाय की समस्याओं से संबंधित एक प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी।
समिति ने सुझाव दिया कि भविष्य में जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप पर अपहरण का मामला दर्ज किया जाना चाहिये। समिति ने कहा कि इस तरह के मामले को तब तक अपहरण के रूप में लिया जाये जब तक कि सक्षम अधिकार प्राप्त अदालत के समक्ष लड़की इकबालिया बयान न दे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 5, 2012, 08:49