Last Updated: Wednesday, January 4, 2012, 13:51
लंदन : संकट में घिरे अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने आशंका जताई है कि अगर वह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के आधिकारिक आवास में मिली पनाह छोड़ते हैं तो उनकी हत्या कर दी जाएगी।
मीडिया में आई एक रिपोर्ट के अनुसार मेमोगेट कांड के केंद्र में रहे हक्कानी ने कहा कि उनके खिलाफ आरोप देश की असैनिक सरकार के खिलाफ कुछ शक्ति केंद्रों द्वारा छेड़ी गई मनोवैज्ञानिक जंग का हिस्सा है।
‘द डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार हक्कानी ने कहा कि एक शक्ति केंद्र ने उन्हें ‘देशद्रोही’ और ‘वाशिंगटन का प्यादा’ करार दिया है और उन्हें अब डर है कि पंजाब प्रांत के गवर्नर और उनके मित्र सलमान तासीर की ही तरह उनकी भी हत्या कर दी जाएगी। तासीर की उनके ही अंगरक्षक ने पिछले साल उनकी हत्या कर दी थी। वह देश की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी आईएसआई का उल्लेख कर रहे थे।
हक्कानी को पिछले साल के उत्तरार्ध में पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी व्यवसायी मंसूर एजाज द्वारा इस बात का खुलासा किए जाने के बाद इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया था जिसमें कहा गया था कि हक्कानी ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की तरफ से उन्हें एक मेमो अमेरिकी सरकार को पहुंचाने को कहा था जिसमें देश में सैन्य तख्तापलट को रोकने के लिए अमेरिका से मदद मांगी गई थी। हक्कानी और जरदारी दोनों ने एजाज के दावे को खारिज किया है।
हक्कानी ने अखबार से कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं और कुछ शक्ति केंद्रों द्वारा जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की सरकार के खिलाफ छेड़ी गई मनोवैज्ञानिक जंग का हिस्सा है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 4, 2012, 23:29