पेनेटा ने भारत को फिर बताया चुनौती - Zee News हिंदी

पेनेटा ने भारत को फिर बताया चुनौती



वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षामंत्री लियोन पेनेटा ने दो महीने से भी कम समय के अंतराल में एक बार फिर कहा है कि अमेरिका को 21वीं सदी में एशिया में उभरती शक्तियों खासकर चीन और भारत से भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पेनेटा ने पीबीएस न्यूज ऑवर के साथ साक्षात्कार में कहा कि हमें एशिया में उभरती शक्तियों से निपटने की चुनौतियां मिली हैं। हमें रूस जैसे देशों भारत और अन्य उभरते देशों से निपटने जैसी चुनौतियां मिली हैं।

 

उन्होंने कहा कि इन सब बातों से पता चलता है कि हमें 21वीं सदी में इस विश्व में इसी तरह की चुनौतियों से निपटना है। कल लिए गए साक्षात्कार की एक प्रति पीबीएस न्यूज ऑवर द्वारा उपलब्ध कराई गई।
पेनेटा की टिप्पणी पेंटागन द्वारा जारी की गई रक्षा रणनीति समीक्षा के चंद घंटों के भीतर आई है।

 

पेंटागन ने अपनी रक्षा रणनीति समीक्षा में कहा था कि अमेरिका भारत के साथ दीर्घकालीन रणनीतिक भागीदारी में निवेश कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा कल जारी किए गए रणनीतिक दस्तावेज में चीन को अमेरिका के लिए दीर्घकालीन बड़ा सुरक्षा खतरा माना गया और एशिया को बड़ी प्राथमिकता के तौर पर रखा गया।

 

दस्तावेज में कहा गया कि क्षेत्रीय आर्थिक शक्ति के तौर पर और विशाल हिन्द महासागर क्षेत्र में सुरक्षा प्रदाता के रूप में भारत की क्षमता का समर्थन करने के लिए अमेरिका उसके साथ दीर्घकालीन रणनीतिक भागीदारी में निवेश कर रहा है। एशिया की उभरती ताकतों से अमेरिका को खतरा बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा है कि ईरान और उत्तर कोरिया जैसे देशों के रवैये तथा घातक हथियारों के प्रसार के कारण एशिया सहित पूरी दुनिया से अमेरिका को खतरे का सामना करना पड़ रहा है।

 

अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने पेंटागन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दूर देशों में हमारे सैन्य अभियान बड़े पैमाने पर चल रहे हैं। अमेरिका के समक्ष अभी भी पूरी दुनिया से जटिल खतरा मौजूद है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के रणनीतिक समीक्षा दस्तावेज को जारी करते हुए पेनेटा ने कहा कि कई चुनौतियां हैं जिनका सामना हमें करना है। इनमें हिंसक अतिवाद, घातक हथियारों का प्रसार, ईरान और उत्तर कोरिया जैसे देशों का अस्थिर रवैया, एशिया की उभरती ताकतें और पश्चिम एशिया में नाटकीय बदलाव आदि शामिल हैं।

 

 

पेनेटा ने हालांकि यह नहीं स्पष्ट किया कि किस देश से अमेरिका को खतरा है। हालांकि इससे कुछ ही देर पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि अमेरिका के लिए चीन बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि यह सब ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिका घाटा और कर्ज जैसी गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। यह समस्या अपने आप में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम जैसी है। यह घरेलू और रक्षा बजट को घटा रही है। अमेरिकी रक्षा विभाग ने आज कहा कि अब अमेरिका के पास छोटी और कम सेना होगी। इससे हालांकि खतरा बहुत बढ़ जाएगा लेकिन देश में आर्थिक समस्याओं को देखते हुए यह जोखिम उठाया जा सकता है।

(एजेंसी)

First Published: Friday, January 6, 2012, 15:12

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