Last Updated: Monday, February 18, 2013, 18:34

इस्लामाबाद : पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के अशांत पेशावर शहर के एक सरकारी परिसर में आत्मघाती हमलावरों ने आज सुरक्षाकर्मियों की वर्दी पहनकर हमला किया जिसमें दो हमलावरों और चार पुलिसकर्मियों सहित कुल सात लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए।
खबर कबायली क्षेत्र के राजनीतिक प्रशासक के कार्यालय ‘खबर हाउस’ में सुरक्षाबलों के साथ गोलीबारी के बाद दोनों हमलावरों ने खुद को बम से उड़ा लिया। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने मीडिया को बताया कि हमलावरों ने लेवीज लड़ाकों (मिलीशिया) की वर्दी पहनी थी। हमले के समय खबर हाउस में राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक हो रही थी।
पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ के नेता इकबाल खान ने मीडिया को बताया कि जिस कक्ष में बैठक हो रही थी, उसके बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट से खुद को उड़ा लिया। एक अन्य हमलावर ने प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मी की गोली मारकर हत्या करके परिसर में प्रवेश किया। उसके और सुरक्षाकर्मियों के बीच करीब 20 मिनट तक गोलीबारी हुई और घायल होने के बाद हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। एक अन्य हमलावर ने राजनीतिक एजेंट मुताहिर जेब खान के कार्यालय के पास विस्फोट किया।
अधिकारियों ने कहा कि हमले में दो आत्मघाती हमलावरों के अलावा चार सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक की मौत हो गई जबकि सहायक राजनीतिक एजेंट मुमताज खालिद कुंदी और चार लेवीज लड़ाकों सहित कुल आठ घायल हुए जिन्हें पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि कुंदी और दो लेवीज लड़ाकों की हालत गंभीर है। खबर हाउस पेशावर के कड़ी सुरक्षा वाले छावनी इलाके में पड़ता है। हमला शुरू होने के बाद सेना के जवानों और पुलिसकर्मियों ने परिसर को घेर लिया और समीपवर्ती रास्ते अवरूद्ध कर दिए गए।
टेलीविजन पर दिखाए गए फुटेज में विस्फोट के बाद परिसर के आसपास काला धुआं नजर आ रहा है। कुछ समय बाद सुरक्षा बलों ने परिसर के अंदर मौजूद लोगों को वहां से चले जाने को कहा। सुरक्षा बलों ने परिसर की तलाशी ली और पुलिस कर्मियों तथा सेना के कमांडो ने आसपास की इमारतों में पोजीशन ले ली।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राजनीतिक दलों की बैठक में कम से कम 100 लोग थे। यह बैठक आगामी चुनावों के लिए आचार संहिता पर चर्चा करने के उद्देश्य से खबर एजेंसी के सहायक राजनीतिक एजेंट ने बुलाई थी। अब तक किसी भी गुट ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि ऐसी घटनाओं के लिए अक्सर प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
पेशावर और खबर पख्तूनख्वा प्रांत के अन्य भागों में तालिबान ने अचानक हिंसा तेज कर दी है। प्रांत के मुख्यमंत्री अमीर हैदर खान होती पिछले सप्ताह तालिबान के एक हमले में बाल बाल बच गए थे। तालिबान ने हाल ही में संघीय सरकार के साथ शांति वार्ता की पेशकश की थी लेकिन शस्त्र त्यागने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि शांति समझौते को अंतिम रूप दिए जाने तक वह हमले जारी रखेंगे। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 18, 2013, 13:59