Last Updated: Friday, July 19, 2013, 19:56

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि वे उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने वाली पाकिस्तान की भ्रष्टाचार-निरोधी निगरानी संस्था के सामने पेश होने के बजाय जेल जाना पसंद करेंगे।
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने ताकिर सादिक के कार्यकाल के दौरान 82 अरब के तेल व गैस नियामक प्राधिकरण घोटाले के संदर्भ में बयान दर्ज कराने के लिए गुरुवार को गिलानी को समन जारी किया था। सादिक की नियुक्ति पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा ही की गई थी।
गिलानी ने कहा पीएमएल-एन सरकार के तहत आने वाली हर संस्था में हर समय पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ षडयंत्र रचे जा रहे हैं।
अपने गृहनगर मुल्तान में द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को दिए साक्षात्कार में गिलानी ने कहा, ‘मैं एक ऐसी संस्था के सामने कैसे पेश हो सकता हूं, जिसके सामने पेश न होकर पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश का बेटा उसकी साख को चुनौती दे चुका है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी संस्था से न्याय की उम्मीद नहीं करता।’ सादिक को पाकिस्तान में आरोपों का सामना करने के लिए हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित कर दिया गया था।
गिलानी के अलावा, अन्य पूर्व प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ताकिर की नियुक्ति में अपनी भूमिका के बारे में जांच का सामना कर रहे हैं। गिलानी के मातहत बिजली मंत्री के तौर पर कार्यरत रहे अशरफ ने नियुक्ति को मंजूरी दी थी। गिलानी ने आरोप लगाया कि पीएमएल-एन सरकार अवैध तरीके से उन्हें हर जांच में शामिल करने की कोशिश कर रही है।
जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार मामलों को दोबारा खोलने के आदेश का पालन करने में विफल रहने पर पूर्व प्रधानमंत्री गिलानी को उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल अवमानना का दोषी ठहराते हुए अयोग्य करार दे दिया था।
गिलानी ने उन आम चुनावों पर भी संदेह जताया था जिसमें पीएमएल-एन ने पीपीपी को उखाड़ फेंका था। गिलानी ने पूछा, ‘जब हम 11 मई से पहले हुए सभी उपचुनावों में अपने प्रदर्शन के आधार पर जीते हैं तो फिर हम आम चुनाव कैसे हार सकते हैं?’
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने गिलानी को जांच के लिए पेश करने में विफल रहने पर पंजाब पुलिस प्रमुख को अलग से नोटिस जारी किया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 19, 2013, 19:56