Last Updated: Thursday, January 26, 2012, 14:26

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड और विपक्ष के नेता टोनी एबॉट गुरुवार को राजधानी कैनबेरा की एक इमारत में प्रदर्शनकारियों से घिर गए। सुरक्षाकर्मियों ने दोनों नेताओं को वहां से बचाकर निकाला। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। समाचार पत्र 'टेलीग्राफ' के मुताबिक दोनों नेता इस इमारत में ऑस्ट्रेलिया दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। वर्ष 1788 के इसी दिन ब्रिटिश उपनिवेश की स्थापना के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे।
विरोध-प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने इमारत के एक तरफ तेज आवाज में 'शर्म करो' और 'नस्लवादी' नारे लगाए। प्रदर्शनकारी करीब 20 मिनट तक विरोध-प्रदर्शन करते रहे और करीब 50 पुलिसकर्मियों ने दोनों नेताओं को सुरक्षा घेरे में वहां से निकाला।
ओल्ड पार्लियामेंट हाउस के समीप लॉबी रेस्तरां से तेजी से बाहर निकलते समय गिलार्ड लड़खड़ा गईं। इस भागदौड़ में गिलार्ड का एक जूता भी कहीं छूट गया। सुरक्षाकर्मी गिलार्ड और एबॉट को पहले से इंतजार कर रहे एक वाहन तक ले गए।
समाचार पत्र के मुताबिक एबॉट द्वारा एबॉरिजनल टेंट एम्बेंसी की प्रासंगिकता पर सवाल उठाए जाने के बाद यह विरोध-प्रदर्शन शुरू हुआ। एम्बेंसी के समर्थक फेडरल पार्लियामेंट के परिसर में अपनी संस्था के गठन की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। एबॉरिजनल के नेता फ्रेड हूपर ने कहा कि एबॉट के बयान तक समारोह शांतिपूर्वक चल रहा था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 26, 2012, 19:56