Last Updated: Friday, March 16, 2012, 13:44
टोक्यो : अमेरिकी विशेषज्ञों के एक पैनल ने फुकुशिमा दाइची परमाणु संयंत्र के संकट से निपटने के लिए सेना द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले विस्फोटकों के इस्तेमाल का सुझाव दिया है।
जापान में पिछले साल 11 मार्च को आए 9.0 तीव्रता के भूकंप और फिर उठी सुनामी से क्षतिग्रस्त हुए इस संयंत्र में कई विस्फोट हो चुके हैं। बहरहाल, स्थिति नियंत्रण में है।
अमेरिकी भौतिकशास्त्री रिचर्ड गारविन ने कहा कि वह बड़े शिल्डिंग स्लैब में एक छेद करना चाहते हैं जो करीब पांच सेंटीमीटर के व्यास का हो। यह छेद सेना द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले विस्फोटक से किया जा सकता है। इस छेद से एक नलिका बाहर निकाली जाएगी ताकि अंदर ईंधन के पिघलने की वजह से उत्पन्न तेज दबाव कम किया जा सके।
उन्होंने बताया कि उर्जा सचिव स्टीवन चू के साथ हुई एक बैठक में उन्होंने यह प्रस्ताव दिया था। हालांकि इसे स्वीकार नहीं किया गया लेकिन उनका कहना है कि इस विस्फोटक के जरिये विस्फोट की उर्जा को एक ही दिशा में केंद्रित किया जा सकता है क्योंकि अमेरिका को लगता है कि अगर फुकुशिमा संयंत्र की कूलिंग प्रणाली नाकाम हो गई तो स्थिति अत्यंत जटिल हो जाएगी।
पिछले साल आए भूकंप के बाद फुकुशिमा संयंत्र में कई परमाणु दुर्घटनाएं हुईं। संयंत्र से रेडियोधर्मिता का रिसाव होने के बाद हजारों लोगों को आसपास से अन्यत्र हटाया जा चुका है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 16, 2012, 22:59