Last Updated: Saturday, June 8, 2013, 09:45

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने करोड़ों अमेरिकी नागरिकों और विदेशियों के टेलीफोन रिकॉर्ड और इंटरनेट इस्तेमाल पर गुप्त रूप से निगरानी रखने का बचाव करते हुए कहा कि इससे आतंकवादी हमलों को रोकने में मदद मिली है। ओबामा ने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनके फोन कॉल नहीं सुने जा रहे हैं।
ओबामा ने केलिफोर्निया में एक जनसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि जहां तक टेलीफोन कॉल की बात है आपके टेलीफोन कॉल को कोई नहीं सुन रहा है। उन्होंने इस सिलसिले में अपने प्रशासन के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि इस कार्य से अमेरिका को आतंकवादी हमलों को रोकने में मदद मिली है।
ओबामा ने कहा कि खुफिया विभाग फोन नंबरों और कॉल की अवधि पर नजर रखा है। वे लोगों के नाम नहीं देख रहे हैं और वे बातचीत को नहीं सुन रहे। हालांकि, वे ऐसे संभावित लोगों की पहचान कर सकते हैं जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि अखबारों (द वाशिंगटन पोस्ट और गार्डियन) में यह खबर आई थी कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियां सुरक्षा खतरों के बारे में विदेशियों के बारे में गुप्त रूप से सूचना गूगल, फेसबुक और एप्पल जैसी कंपनियों से प्राप्त कर रहा है।
न्यूयार्क टाइम्स ने अपने संपादकीय में कहा है, ‘हम इस तरीके से शक्ति का इस्तेमाल किए जाने के सख्त खिलाफ हैं।’ अखबार ने कहा, ‘प्रशासन ने अब विश्वसनीयता खो दी है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 8, 2013, 09:45