Last Updated: Wednesday, February 15, 2012, 10:10
बैंकॉक : मंगलवार को
यहां हुए धामाकों की जांच कर रहे थाईलैंड के अधिकारियों का मानना है कि ईरानी संदिग्धों द्वारा इस्तेमाल किए गए बम बड़ी तादाद में तबाही के लिहाज से नहीं बनाए गए थे। वहीं, बैंकॉक में सुरक्षा अधिकारियों ने दावा किया है कि थाइलैंड में दिल्ली धमाके जैसा इस्तेमाल किया मैग्नेट बरामद हुआ है। यह मैग्नेट हमलावर के घर से मिला है।
राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के एक अधिकारी ने कहा कि इस बम से सिर्फ कुछ ही व्यक्तियों को निशाना बनाया गया था। यह ऐसी सामग्री से लैस नहीं थे जो भारी तबाही मचा सके। अधिकारी इस बात की जांच मे जुटे हैं कि क्या बैंकॉक और नई दिल्ली धमाके में इस्तेमाल हुए बम की सामग्री एक ही प्रकार की थी। परिषद के महासचिव विशेन फोतेफोसरे का कहना है कि थाई पुलिस, सेना, विदेश मंत्रालय और अन्य सुरक्षा समितियों के अधिकारियों से मिलने के बाद यह नहीं कहा जा सकता कि यह आंतकवादी हमला था। थाईलैंड पुलिस अधिकारी अब जॉर्जिया और भारत में हुए हमलों से बैंकॉक धमाके के जुड़े संभावित तारों की जांच में जुटे हैं।
थाईलैंड में इजरायल के राजदूत इतज़क शोहैम का कहना था कि बैंकॉक धमाके में शामिल लोग और भारत और जॉर्जिया में इजरायली राजनयिकों को निशाना बनाने वाले एक ही संगठन का हिस्सा हैं। विशियेन ने कहा कि अभी यह भी नहीं पता है कि धमाकों के तार 12 जनवरी को हवाई अड्डे से गिरफ्तार किए गए अतरीस हुसैन से जुड़े हुए हैं। अतरीस स्वीडन-लेबनान मूल का व्यक्ति है, जिसके तार हिजबुल्ला से जुड़े हैं। पुलिस के उपप्रमुख पनलरिरी प्रापावत ने कहा कि धमाके में शामिल दो ईरानी संदिग्ध पुलिस हिरासत में हैं और एक अन्य व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिये वारंट जारी किया जाना है। विशियेन का बयान विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर भी डाला जाएगा।
रक्षा मंत्री सुकुमपोल सुवानातट ने भी कहा है कि कल के हमले आतंकवादी घटना नहीं थी। एक आव्रजन पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि तीन ईरानी संदिग्ध सोल से फुकेट आये और फिर वहां से आठ फरवरी को बैंकॉक पहुंचे। तीसरे संदिग्ध की तस्वीरों को सभी आव्रजन केंद्रों पर भेजा जा चुका है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 15, 2012, 15:44