Last Updated: Monday, January 2, 2012, 07:54
लंदन : ब्रिटेन की एक चौथाई आबादी मोटापे की शिकार है और अब तो आधिकारिक रूप से यह घोषणा हो गई है।
नए आंकड़ों में दावा किया गया है कि बॉडी मास इंडेक्स के हिसाब से एक चौथाई आबादी मोटी है लेकिन अधिकतर लोग इस बात से इनकार करते हैं कि उनका वजन उनकी सेहत पर भारी पड़ रहा है। केवल छह फीसदी लोग मानते हैं कि उनकी समस्या मोटापे की श्रेणी में आती है।
2065 लोगों पर कराए गए नेशनल स्लिमिंग सर्वे के अनुसार, तीन चौथाई लोग अधिक बीएमआई को नजरअंदाज करते हैं। बीएमआई एक पैमाना है जो वजन और लंबाई की तुलना करता है और उसी के आधार पर तय होता है कि लोगों का वजन अधिक है या नहीं। यदि बीएमआई 25 से 30 के बीच में है तो वे मोटापे से पहले की स्टेज में हैं और यदि 30 से अधिक है तो वे मोटे हैं।
सर्वेक्षण के दायरे में आए तीन में से एक मोटे व्यक्ति ने कहा कि वजन जिंदगी में महत्वपूर्ण मुद्दा होता है। मोटे करार दिए गए आधे लोगों ने कहा कि उन्हें अपने मोटापे की वजह से शर्मिंदगी उठानी पड़ती।
‘द सन’ ने लिखा है, ‘ये आंकड़ें मोटापे की समस्या से जुड़ी पेचीदा मानसिक परेशानियों का खुलासा करते हैं। बहुत से लोग इसे नजरअंदाज करके मधुमेह, दिल की बीमारियों और हृद्याघात के बढ़ते खतरे को अनदेखा करते हैं।’
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 2, 2012, 13:27