Last Updated: Friday, December 21, 2012, 15:18
मेलबर्न : विक्टोरिया के प्रमुख टेड बेलियू ने ऑस्ट्रेलिया की बस में दो युवा भारतीय महिलाओं पर हुए नस्लीय हमले की निंदा करते हुए नस्लवाद को ‘घृणित’ और ‘शर्मनाक’ करार दिया। पुलिस ने कहा कि 12 दिसंबर को हुई इस घटना में ‘पुरूषों की तरह सुगठित’ महिला ने भारतीय महिलाओं पर नस्लभेदी टिप्पणियां कीं और मेलबर्न में बस से उतरने के बाद उन्हें थप्पड़ मारे।
राज्य प्रमुख ने कहा, ‘बस में अपनी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के कारण महिलाओं पर हमले की यह घटना दुखद है और विक्टोरिया के निवासी नस्लवाद को शर्मनाक मानते हैं।’ बेलियू ने अपने दफ्तर से जारी एक बयान में कहा, ‘नस्लवाद घृणित, शर्मनाक, कायरतापूर्ण और अवैध कृत्य है। विक्टोरिया के निवासियों को ऑस्ट्रेलिया में बहुसंस्कृतिवाद का केंद्र होने पर गर्व है। हमारे बहुसंस्कृतिवाद के लिए जो भी चीज खतरा हो उसे चुनौती देने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय के सदस्यों के स्वागत के लिए उनकी सरकार ने किसी भी अन्य सरकार के मुकाबले ज्यादा काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘विक्टोरिया के भारतीय समुदाय के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।’ स्थानीय पुलिस के मुताबिक, गुस्सायी महिला ने इन महिलाओं पर हमला तब किया था जब इन बहनों में से एक का बैग गलती से उससे टकरा गया था। जिस बहन का बैग उस महिला से टकराया था उसने इस महिला से माफी मांगने की कोशिश की लेकिन गुस्साई महिला ने उसे जोर से गाली दी और कहा, ‘अपने देश वापस जाओ।’ उसने कुछ अन्य बातें भी कहीं लेकिन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी बिल्स ने उनकी जानकारी नहीं दी।
उन्होंने कहा, ‘लड़कियां बस से उतर गईं लेकिन महिला ने उनका पीछा किया। उसने उन्हें थप्पड़ मारा और उनका मोबाइल तोड़ दिया।’ उसके बाद महिला टैक्सी में बैठकर चली गई। बिल्स ने कहा कि बस से सुरक्षा फुटेज नहीं मिल सकी क्योंकि उसका कैमरा खराब था। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 21, 2012, 15:18