Last Updated: Wednesday, November 30, 2011, 11:25

लंदन : ब्रिटेन के कानून मंत्री केनेथ क्लार्क ने भारत में कानूनी सेवा क्षेत्र खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारतीय कानूनी सेवा क्षेत्र में बदलाव की जरूरत है और इसके लिए इसे विदेशी कंपनियों के लिए खोला जाना जरूरी है।
क्लार्क ने कहा कि भारत तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है लेकिन वह समस्याओं से मुक्त नहीं है।
भारतीय विद्या भवन के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, भारत को अपने कानूनी बाजार में बदलाव की जरूरत है और इसके लिए उसे कानूनी सेवा क्षेत्र खोलना होगा। विदेशी कंपनियों के लिए अभी भारतीय कानूनी बाजार नहीं खुला है। विदेशी कंपनियों को भारत में काम करने एवं अपने मुवक्किलों को कानूनी सेवा देने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ गठजोड़ करना पड़ता है।
क्लार्क ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि तेजी से हो रही है लेकिन वह समस्याओं से मुक्त नहीं है। उन्होंने रुपये के मूल्य में गिरावट तथा बढ़ती मुद्रास्फीति को भारत की चिंता का कारण बताया।
हालांकि मंत्री ने कहा कि 1991 में आर्थिक सुधार शुरू हुआ और भारत आज आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन के लिए भारत एक प्रमुख सहयोगी देश है। यह बात इससे साबित होती है कि प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कार्यभार संभालने के कुछ ही सप्ताह बाद भारत का दौरा किया था। अपने संबोधन में क्लार्क ने विद्या भवन के कार्यों की सराहना की। उन्होंने उन भारतीयों की भी सराहना की जिन्होंने ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 30, 2011, 17:55