Last Updated: Thursday, January 26, 2012, 15:09

दावोस : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसुफ रजा गिलानी ने भारत के साथ अपने देश के उत्कृष्ट संबंध का जिक्र करते हुए गुरुवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग हो सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस मोर्चे पर भारत के साथ काम करना चाहता है।
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत-पाकिस्तान द्वारा मिलकर काम करने की संभावना संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, हां, निश्चित रूप से सहयोग हो सकता है। भारत के साथ हमारे उत्कृष्ट संबंध हैं और हम साथ काम करना चाहते हैं।
गिलानी ने विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक-2012 में जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के दौरान कहा, दोनों देशों से विभिन्न मुद्दों पर बड़ी संख्या में प्रतिनिधि मंडल आते हैं। निश्चित रूप से सहयोग हो सकता हैं इससे पहले उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये वैश्विक कोष गठित करने की वकालत की।
गिलानी ने कहा, मेरे देश में जलवायु परिवर्तन स्पष्ट रूप से दिख रहा है। हम सूखा और भारी बारिश दोनों से प्रभावित हुए हैं। न केवल हमारे अनुमान से बल्कि विश्व बैंक तथा एशियाई विकास बैंक के अनुमानों के मुताबिक वह भयावह था। गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान को इन प्राकृतिक आपदाओं के कारण जानमाल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा, इन समस्याओं का वैश्विक समाधान होना चाहिए। इस दिशा में पहला कदम जलवायु जोखिम मुद्दों से निपटने के लिये वैश्विक कोष की स्थापना हो सकता है और पाकिस्तान को इसमें सहयोगी बनने पर खुशी होगी। संयुक्त राष्ट्र पहले ही 100 अरब डॉलर का हरित जलवायु कोष स्थापित करने का प्रस्ताव कर चुका है। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 27, 2012, 00:10