Last Updated: Friday, November 4, 2011, 14:36
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में भारत के साथ नए व्यापारिक रिश्ते की पहल पर कशमकश के बीच दो वरिष्ठ मंत्रियों ने पड़ोसी के साथ व्यापार में भेदभाव खत्म करने के फैसले का खुल कर समर्थन किया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने भारत को व्यापार में सबसे अधिक वरीयता प्राप्त देश (एमएफएन) का दर्जा दिए जाने के फैसले का स्वागत किया है।
दोनों ही सत्ताधारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के हैं। एमएफएन का दर्जा मिल जाने के बाद भारत से कोई वाणिज्यिक वस्तु उन्हीं शर्तों पर आयात की जा सकेगी जिन पर दूसरे देशों से आयात की जाती है।
मलिक ने कहा कि इन उपायों का द्विपक्षीय संबंधों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। हालांकि उन्होंने साथ ही जोड़ा कि यदि संसद को लगेगा कि यह लाभकारी फैसला नहीं है, तो इसे बदला भी जा सकता है। वहीं, मुख्तार ने कहा कि भारत को एमएफएन का दर्जा दिए जाने का देशों के आर्थिक रिश्तों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। मुख्तार खुद एक व्यवसायी हैं। इस बीच, पाकिस्तान-इंडिया बिजनेस काउंसिल ने कहा है कि यह कदम द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने में सहायक होगा।
काउंसिल के चेयरमैन नूर मोहम्मद कसूरी ने कहा कि इस कदम का दोनों देशों के संबंधों पर सकारात्मक आर्थिक और राजनीतिक असर पड़ेगा। सार्क चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ने भी भारत को एमएफएन का दर्जा दिए जाने का स्वागत करते किया है। चैंबर के उपाध्यक्ष इफ्तिकार अली मलिक ने कहा कि इससे दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों में सुधार होगा।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 4, 2011, 20:07