Last Updated: Friday, December 16, 2011, 18:42
मास्को : द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हुए भारत को रूस 42 अतिरिक्त सुखोई लड़ाकू विमान उपलब्ध कराएगा। दोनों देशों में हुए इस आशय के समझौते के साथ ही भारत द्वारा हासिल किए जाने वाले या विनिर्माण के विभिन्न चरणों में करार के तहत आने वाले अग्रिम श्रेणी के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों की कुल संख्या 272 हो जाएगी।
सुखोई के लिए हुए समझौते पर रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा और सैन्य तकनीकी सहयोग मामलों के रूसी संघ सेवा निदेशक एमए दमित्रीव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदव की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए। समझौते पर हस्ताक्षर मनमोहन और मेदवेदेव के बीच क्रेमलिन में 12वें वार्षिक भारत-रूस शिखर वार्ता के बाद हुए। दोनों देशों के बीच हुए पांच समझौतों में से एक यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब पुणे के नजदीक भारतीय वायु सेना का एक सुखोई-30 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
एचएएल ने वर्ष 2000 में एक अंतर सरकारी समझौते (आईजीए) और एक सामान्य करार पर 140 सुखोई-30 एमकेआई के निर्माण के लिए हस्ताक्षर किए थे। 2007 में हुए समझौते के तहत 40 और विमानों के विनिर्माण की परिकल्पना की गई। विमान के नए संस्करण में नया कॉकपिट, उन्नत राडार और राडार की नजरों से बचने के लिए कुछ स्टेल्थ विशेषताएं डाले जाने की उम्मीद है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 17, 2011, 00:12