Last Updated: Thursday, February 16, 2012, 03:35
इस्लामाबाद : पाकिस्तान इस वर्ष के अंत तक भारत को सबसे तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा दे देगा क्योंकि तब तक उसकी ओर से नकारात्मक सू़ची को हटा देने की संभावना है।
पाकिस्तान की यात्रा पर आए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा और पाकिस्तान के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री मखदूम अमीन फहीम के बीच बातजीत के बाद जारी बयान में कहा गया, ‘नकारात्मक सूची को हटा दिया जाएगा। इसके लिए समय की घोषणा फरवरी में की जाएगी जिस समय इस सू़ची को अधिसूचित किया जाएगा। उम्मीद है कि सूची को हटाने का काम वर्ष 2012 तक अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।’
नकारात्मक सूची को हटाने का पूरा होने के साथ ही भारत को तरजीही राष्ट्र का दर्जा (एमएफएन) देने का काम स्वत: पूरा हो जाएगा। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान इस बात पर सहमत हुआ है कि वह फरवरी 2012 तक सकारात्मक सूची से छोटे नकारात्मक सूची की ओर जाएगा और उम्मीद है कि इसे वर्ष 2012 के अंत तक पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय पक्ष ने यह बात उठायी कि पाकिस्तानी सरकार ने नकारात्मक सूची को अंतिम रूप देने को स्थगित करने पर सहमति जतायी थी। फहीम की ओर से यह भरोसा दिया गया था कि पाकिस्तानी पक्ष उस समयसीमा को लेकर प्रतिबद्ध है जो उसने पहले भारत को दिया था।
शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘वर्ष 1974 में हुए समझौते की समीक्षा की जायेगी और हस्ताक्षर किया जाएगा। मैंने इस मामले पर गृहमंत्री के साथ बातचीत की है। व्यापार, गृह और विदेशी मामलों के सचिवों के बीच विचार विमर्श के अंतिम चरण में हैं।’ उन्होंने कहा कि वर्ष 1974 में हुए द्विपक्षीय वीजा समझौते की समीक्षा के लिये दोनों देशों द्वारा बनाये गये संयुक्त कार्यदल ने मसौदे को अंतिम रूप दे दिया है और दोनों पक्ष इस पर सहमत हैं। अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर की समय सीमा पर उन्होंने कहा, ‘हम इसे जल्द से जल्द करने के इच्छुक हैं।’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, February 16, 2012, 09:05