Last Updated: Friday, May 25, 2012, 22:15

नई दिल्ली/इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान के बीच गृह सचिव स्तर की दो दिवसीय वार्ता शुक्रवार को इस्लामाबाद में समाप्त हो गई। लेकिन दोनों पक्षों के बीच उदार वीजा पर समझौता नहीं हो सका, क्योंकि पाकिस्तानी अधिकारी अपनी प्रक्रियाएं पूरी नहीं कर सके। भारत ने इस पर गहरी निराशा जताई है। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष केएम सिद्दीक के बीच इस्लामाबाद में हो रही गृह सचिव स्तर की वार्ता में उदार वीजा समझौता एक प्रमुख मुद्दा था। दोनों पक्षों के बीच वीजा नीतियों को उदार बनाए जाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर होना था, लेकिन यह नहीं हो सका।
भारत ने इसे दोनों देशों के लोगों में संपर्क बढ़ाने और शांति प्रक्रिया की दिशा में महत्वपूर्ण करार देते हुए अपनी निराशा जताई। विदेश सचिव रंजन मथाई ने संवाददाताओं से कहा कि हम पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के आठ अप्रैल के अनौपचारिक भारत दौरे के दौरान उनकी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से हुई मुलाकात में वीजा नियमों को उदार बनाने के लिए हुई बातचीत के अनुसार समझौते पर हस्ताक्षर की तैयारी के साथ वहां गए थे। दोनों पक्षों ने इसे महत्वपूर्ण बताया था। लेकिन पाकिस्तान की ओर से इस्लामाबाद में इसमें कुछ देरी हुई, जिसके कारण समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हो सका।
सूत्रों के अनुसार वीजा समझौते पर हस्ताक्षर अब विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा की जुलाई में इस्लामाबाद दौरे के दौरान हो सकता है। यह इससे पहले भी हो सकता है, यदि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम इस्लामाबाद के दौरे पर जाते हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 25, 2012, 22:15