Last Updated: Saturday, February 16, 2013, 20:45
ढाका : भारत और बांग्लादेश ने थल सीमा से जुड़े मुद्दों के समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सीमावर्ती रास्तों के नक्शों का आज आपस में अदान-प्रदान किया।
दोनों देशों ने शनिवार को द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े कुछ सहमति पत्रों पर भी दस्तखत किए तथा भारत ने घोषणा की कि वह वह बांग्लादेश को 20 करोड़ डॉलर की स्वीकृत ऋण सहायता में से 5 करोड़ डॉलर जारी करने को तैयार है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद तथा बांग्लादेश के विदेश मंत्री दीपू मोनी ने यहां एक बैठक में सीमावर्ती इलाकों के नक्शे एक-दूसरे को सौंपे। दोनों नेताओं ने भारत-बांग्ला संयुक्त सलाहकार आयोग की दूसरी बैठक में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
दोनों पक्ष अखोरा-अगरतला रेल संपर्क शुरू करने के लिए तैयार दिखे। इसके अलावा दोहरा कर बचाव संधि में संशोधन, त्रिपुरा तथा मेघालय में अतिरिक्त सीमा हाट खोले जाने समेत अन्य कई मुद्दों पर सहमति पत्र पर दस्तखत किए।
दोनों देशों के बीच विभिन्न सहमति पत्र पर हुए दस्तखत के बारे में जानकारी देते हुए खुर्शीद ने कहा, ‘हम बांग्लादेश को 20 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता में से 5 करोड़ डॉलर जारी करने को तैयार हैं।’ 1974 के भूमि सीमा समझौते (एलबीए) के अनुरूप सांकेतिक रास्तों के नक्शे अवैध कब्जे तथा असीमांकित मार्गों से जुड़े हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 16, 2013, 20:45