Last Updated: Monday, August 19, 2013, 14:46
वाशिंगटन : अमेरिकी की एक प्रतिष्ठित विशेषज्ञ के अनुसार पाकिस्तानी सेना भारत के साथ शांति वार्ता को रोकने और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर अपने नियंत्रण को दिखाने के लिए जानबूझकर भारत के साथ तनाव बढ़ा रही है।
अमेरिकी थिंक टैंक, दि हेरिटेज फाउंडेशन, की वरिष्ठ शोधार्थी लिजा कर्टिस ने कहा कि ऐसा संभव है कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान जानबूझकर तनाव बढ़ा रहा है ताकि वह शरीफ सरकार को यह दिखा सके कि भारत-पाकिस्तान संबंधों को वह नियंत्रित कर सकता है।
उन्होंने कहा कि शायद पाकिस्तानी सेना प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को उस तरह की अर्थपूर्ण शांति पहल को आगे बढ़ाने को लेकर चेतावनी देना चाहती है जिस तरह की पहल उन्होंने 1990 के दशक के अंत में प्रधानमंत्री के अपने पिछले कार्यकाल में की थी।
कर्टिस ने कहा कि शरीफ के पिछले कार्यकाल के दौरान 1999 में कश्मीर मसले पर भारत के साथ पर्दे के पीछे की बातचीत को लेकर महत्वपूर्ण प्रगति हुई थी लेकिन इसके बाद कारगिल में पाकिस्तानी सेना ने भारत की सैन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया जिसके बाद दोनों देशों के बीच एक संक्षिप्त सीमा युद्ध शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि अमेरिका को दोनों देशों के बीच सीमा पर जारी तनाव को गंभीरता से लेना चाहिए और इसे कम करने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह बड़े संघर्ष का रूप ले सकता है। कर्टिस ने कहा कि हालांकि अमेरिका को मध्यस्थता की बात से दूर रहना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 19, 2013, 14:46