Last Updated: Saturday, April 7, 2012, 13:36
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात में हाफिज सईद के मुद्दे पर जोर रहेगा। संभावना जताई जा रही है कि जरदारी रविवार को नई दिल्ली में अपनी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस साल के अंत में पाकिस्तान आने का न्योता देंगे।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने जरदारी के दिन भर के भारत दौरे की पूर्व संध्या पर कहा कि जरदारी अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के रेस कोर्स रोड आवास पर उनके साथ वार्ता करेंगे। इसके बाद दोपहर का भोज होगा। बासित ने कहा, ‘राष्ट्रपति जरदारी प्रधानमंत्री सिंह को साल के अंत में पाकिस्तान की यात्रा के लिए न्योता देंगे।’ यह पहला मौका होगा, जब शिखर बैठक के लिए समय सीमा का प्रस्ताव किया जाएगा। हालांकि, सिंह ने पहले ही न्योता स्वीकार करते हुए स्पष्ट कर दिया था कि वह तभी यात्रा करेंगे, जब कोई ठोस नतीजा निकलने की संभावना होगी।
बासित ने जरदारी के भारत दौरे को अहम बताते हुए कहा कि यात्रा के पीछे कोई एजेंडा नहीं है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच सभी द्विपक्षीय मुद्दों और क्षेत्रीय हालात पर चर्चा होने की उम्मीद है। बासित ने कहा, ‘जहां तक वार्ता की बात है, कोई एजेंडा नहीं है। लेकिन जब दोनों नेता मिलेंगे, तब पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय मुद्दों तथा क्षेत्रीय हालात पर चर्चा होगी। साथ ही जरदारी ने उम्मीद जताई है कि बातचीत में हाफिज सईद का मुद्दा नहीं उठेगा।’
वर्ष 2005 के बाद भारत का दौरा करने वाले जरदारी पाकिस्तान के प्रथम राष्ट्राध्यक्ष होंगे। इससे पहले, पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने भारतीय नेतृत्व के साथ वार्ता के लिए भारत का दौरा किया था। पाकिस्तान ने जरदारी की इस यात्रा को निजी यात्रा बताया है, जिसका उद्देश्य अजमेर में ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत करना है। जरदारी ने इस दरगाह पर अपनी पत्नी बेनजीर भुट्टो के साथ पहले भी जियारत की है। पाकिस्तानी राष्ट्रपति के साथ उनके 23 साल के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी भी होंगे।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, April 8, 2012, 14:12