Last Updated: Friday, November 4, 2011, 13:07
जेद्दा : सउदी अरब के पवित्र शहर मक्का में इस साल हज की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गईं और लगभग सवा लाख भारतीयों सहित कुल 25 लाख से ज्यादा हज यात्री अराफात की पहाड़ी के लिए रवाना हुए।
काबा की मस्जिद और आसपास के इलाकों में जनसैलाब का समां है। लोग सड़कों के रास्ते मीना की ओर से जाते देखे गए। मीना मक्का की प्रमुख मस्जिद से पांच किलोमीटर पूर्व में है।
उधर, विख्यात इस्लामी विद्वान और प्रमुख मुफ्ती शेख अब्दुल अजीज अल-शेख ने हज यात्रियों से कहा कि वे मुख्य मस्जिद में सिर्फ फर्ज की नमाज ही अदा करें ताकि ज्यादा भीड़ नहीं हो। आज के दिन को ‘तरविया’ (पानी एकत्र करना अथवा पिलाना) होता है। हज यात्री कुर्बानी के लिए अपने जानवरों को पानी पिलाते हैं और अराफात की पहाड़ियों के सफर के लिए पानी इकट्ठा करते हैं।
अराफात की पहाड़ियों से 10 किलोमीटर और चलने पर वह पाक जगह आती है, जहां पैगम्बर मोहम्मद ने हज का आखिरी कुतबा दिया था। जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कल एक बयान में कहा था, ‘भारत से कुल 1,24,948 हज यात्री मक्का में हैं। तीन यात्री मदीना में हैं। अब तक भारत से 435 उड़ानें आ चुकी हैं। अब तक कुल 75 भारतीय हज यात्रियों का निधन हो चुका है। इनमें से 63 लोग हज कमेटी के जरिए और 12 निजी टूर ऑपरेटर के जरिए आए थे।’
सउदी सरकार ने इसके पुख्ता इंतजाम किए हैं कि यहां भगदड़ की स्थिति नहीं पैदा हो। अतीत में भगदड़ की कई वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें सैकड़े लोगों की मौत हो गई। जनवरी, 2006 में मीना के निकट मची भगदड़ में 364 लोगों की मौत हुई थी। वर्ष 2004 में भगदड़ से 251 लोगों की मौत हो गई थी।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 4, 2011, 18:38