Last Updated: Sunday, September 8, 2013, 13:43

माले : मालदीव में हुए राष्ट्रपति चुनाव के पहले चरण में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद स्पष्ट विजेता के तौर पर उभरे हैं। उन्हें 45 प्रतिशत मत मिले हैं लेकिन यह पूर्ण बहुमत से कुछ कम है जिसकी वजह से अब अगले महीने दो शीर्ष उम्मीदवारों के बीच दूसरे चरण का चुनाव होगा। निर्वाचन आयोग ने रात भर चली मतगणना के बाद आज सुबह चुनाव परिणाम घोषित किए। 95,224 मतों के साथ नशीद को पहले चरण में स्पष्ट विजेता घोषित किया गया।
नशीद के बाद पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल गयूम के भाई अब्दुल्ला यमीन का स्थान है जिनको 25.35 प्रतिशत मत (53,099) मिले। अन्य प्रत्याशियों में से गासिम इब्राहिम को 24.07 प्रतिशत (50,422) और निवर्तमान राष्ट्रपति वहीद हसन को 5.13 प्रतिशत मत (10,750) मिले। चुनावों में 88 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष फवाद तौफीक ने कहा, यह प्रारंभिक नतीजे हैं। हमें दो दिनों में कई द्वीपों से मतपत्र मिल जाएंगे और अगर जरूरत पड़ी तो 14 सितंबर तक इसे सुधार लिया जाएगा और इसके बाद अंतिम परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। लेकिन इन सुधारों का नतीजों पर बड़ा प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं है। देश के चुनाव कानूनों के तहत अगर किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक मत नहीं मिलते तो शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच दूसरे चरण का मतदान (रन ऑफ) होता है। अगर अंतिम नतीजों से ज्यादा बदलाव नहीं आता तो नशीद का 28 सितंबर को दूसरे चरण के चुनाव में अब्दुल्ला यमीन से मुकाबला होगा।
कुछ मतदान केंद्रों पर कथित गड़बड़ियों की खबरों पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसे शिकायतें मिली हैं लेकिन उसने मतपत्रों की दोबारा गिनती को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। तौफीक ने कहा कि अगर कोई पार्टी अदालत में जाती है और वहां से फैसला होता है तो वह सभी दलों के प्रतिनिधियों के सामने मतों की दोबारा गिनती करने को तैयार होंगे। भारत, अगले चरण के मतदान के दोनों संभावित उम्मीदवारों नशीद और यमीन के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है।
माले स्थित सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने हाल में नयी दिल्ली का दौरा किया था। दोनों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर उन्हें पूर्ण समर्थन का भरोसा दिया था। यामीन के भाई और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल गयूम ने भी जून में दिल्ली का दौरा किया।
भारत के मालदीव के साथ नजदीकी सबंध हैं। भारत का मानना है कि मालदीव में बहुदलीय लोकतंत्र प्रारंभिक अवस्था में है और इसे अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए समय दिया जाना चाहिए।
चार उम्मीदवार - राष्ट्रपति डॉक्टर मोहम्मद वहीद, नशीद, प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव्स के उम्मीदवार अब्दुल्ला यमीन और जम्हूरी पार्टी के उम्मीदवार और उद्योगपति गासिम इब्राहिम शीर्ष पद के लिए दौड़ में हैं। मोहम्मद अब्दुल गयूम के तीन दशक के लंबे शासन के बाद 2008 में मालदीव में पहली बार बहुदलीय स्वतंत्र चुनाव हुए जिसमें नशीद को जीत मिली।
लेकिन एक न्यायाधीश की गिरफ्तारी के मामले को लेकर विपक्षी दलों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों में सुरक्षा बलों के शामिल होने के बाद नशीद को चार साल में ही इस्तीफा देना पड़ा। नशीद के हटने के बाद तत्कालीन उपराष्ट्रपति मोहम्मद वहीद को राष्टपति बनाया गया।
इस युवा बहुदलीय लोकतंत्र के घटनाक्रमों पर 2229 से अधिक स्थानीय पर्यवेक्षक, 102 अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक, राजनीतिक दलों के 1343 प्रतिनिधि, 1642 स्थानीय और 225 अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों की करीबी निगाहें टिकी हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 8, 2013, 13:43