Last Updated: Wednesday, July 3, 2013, 17:58

काहिरा : अपने इस्तीफे के लिए हो रहे व्यापक प्रदर्शन और सेना के अल्टीमेटम से विचलित हुए बिना मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी ने पद छोड़ने से इंकार कर दिया है। इस बीच आज काहिरा विश्वविद्यालय में हुई हिंसा में 16 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हो गए।
मिस्र के पहले लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति मुर्सी ने कहा है कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से देश का नेतृत्व करने के लिए चुने गए हैं और इस कार्य को उनका पूरा करने का इरादा है। कल देर शाम टीवी पर दिए भाषण में 61 वर्षीय मुर्सी ने चेतावनी दी है कि अगर उनके पद की संवैधानिक वैधता का सम्मान नहीं किया गया तो सड़कों पर और खून बहेगा।
मुर्सी ने कहा कि वह मिस्र के लिए अपना जीवन दे देंगे। उन्होंने कहा कि वह एक वैधानिक नेता हैं और इस्तीफा नहीं देंगे। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बीती रात राजधानी के गिजा जिले में काहिरा विश्वविद्यालय में मुर्सी समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष में 16 लोग मारे गए हैं।
मिस्र के सरकारी टीवी चैनल ने कहा, ‘काहिरा विश्वविद्यालय के सामने मुर्सी के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर किए गए एक हमले में 16 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हो गए हैं।’ मिस्र में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने तमरोद (विद्रोही) आंदोलन के बैनर तले सड़कों पर प्रदर्शन किया है। इन प्रदर्शनकारियों ने मुर्सी को हटाने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया है।
मुर्सी के भाषण के बाद तमरोद आंदोलन ने उनके ऊपर ‘अपने ही लोगों को डराने-धमकाने’ का आरोप लगाया। उधर, इस प्रदर्शन के विरोध में हजारों लोगों ने कल सड़क पर उतर कर मुर्सी का समर्थन किया जिन्होंने अपने पद पर एक साल पूरा किया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 3, 2013, 17:58