Last Updated: Wednesday, December 12, 2012, 12:33
काहिरा : मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी के विरोधी और समर्थक समूहों ने आज काहिरा में बड़ी रैलियां निकालीं। सेना ने मौजूदा संकट को खत्म करने के लिए बातचीत का आह्वान किया है। काहिरा में हजारों की संख्या में लोग 15 दिसंबर को होने वाले जनमत संग्रह के पक्ष और विपक्ष में जमा हुए।
आज के दिन को बहुत सारे लोग मिस्र के लिए निर्णायक मान रहे थे क्योंकि मुरसी के समर्थक और विरोधियों ने विशाली रैलियों का आयोजन किया था। तहरीर चौक पर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीबारी भी की जिसमें 10 लोग घायल हो गए। तहरीर चौक बीते 23 नवंबर से मुरसी के खिलाफ प्रदर्शनों का गवाह बन रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि नौ प्रदर्शनकारियों की बांह और पैर पर गोली लगी, जबकि एक प्रदर्शनकारी के सिर में गोली मारी गई है। इस हमले से तहरीर चौक पर अफरा तफरी मच गई। इसके बाद वहां प्रदर्शनकारियों ने मौजूदा सरकार को गिराने के पक्ष में नारे लगाए।
सैकड़ों प्रदर्शनकारियों राष्ट्रपति महल के बाहर मौजूद बैरीकेड को तोड़ दिया और सैनिकों ने उन्हें पीछे खदेड़ा। राष्ट्रपति महल के बाहर सेना के छह टैंको को तैनात किया गया है। मध्य काहिरा के प्रमुख स्थानों की सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है। मिस्र में नए इस्लामी संविधान को लेकर आगामी 15 दिसंबर को जनमत संग्रह होने वाला है।
मुरसी ने आज एक कानून में संशोधन किया ताकि मतदाता जनमत संगह के लिए अपने मत का इस्तेमाल कर सके। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लोग कहीं से भी मतदान कर सकते हैं, हालांकि इससे निर्वाचन अधिकारियों पर अतिरिक्त बोझ आएगा। इससे पहले, सरकार ने सेना को चुनावी अवधि के दौरान गिरफ्तारी की ताकत दी, हालांकि यह ताकत अब तक फिलहाल पुलिस के पास थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 12, 2012, 12:33