Last Updated: Wednesday, February 22, 2012, 07:22
कराची/इस्लामाबाद : पाकिस्तान की सरकार दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में भगोड़ा घोषित किए जा चुके पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को यहां लाने के लिए इंटरपोल की मदद मांगेगा। मुशर्रफ पर आरोप है कि वह बेनजीर के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम मुहैया करा पाने में नाकाम रहे थे। दिसंबर, 2007 में बेनजीर की हत्या कर दी गई थी।
सिंध प्रांत में असेंबली के सदस्यों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा कि अदालत मुशर्रफ को पहले ही भगोड़ा घोषित कर चुकी है और अब सरकार रेड कार्नर नोटिस के लिए कदम उठा रही है। हम इंटरपोल के जरिए उन्हें यहां लाएंगे ताकि वह मुकदमे का सामना करें। उन्होंने कहा कि आतंकवाद विरोधी अदालत की ओर से कई बार नोटिस जारी की गई, लेकिन मुशर्रफ यहां नहीं आए। उनको यहां लाने के प्रयास अब तक नाकाम रहे हैं और ऐसे में इंटरपोल की मदद ली जाएगी।
मुशर्रफ लंदन और दुबई में स्वनिर्वासित जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने 2008 में राष्ट्रपति का पद छोड़ा था। वह लंबे वक्त पाकिस्तान लौटने की बात का रहे हैं। बेनजीर मामले की जांच करने वाले एक अधिकारी खालिद कुरैशी ने कहा कि मुशर्रफ का नाम आरोप पत्र में शामिल किया गया है क्योंकि वह पूर्व प्रधानमंत्री को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम मुहैया नहीं करा पाए थे। मलिक और मौके पर मौजूद अन्य अधिकारियों ने कहा कि बेनजीर की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता बैतुल्ला महसूद था और आत्मघाती हमले की साजिश खबर पख्तूनख्वा के मदरसा हक्कानी में बनी थी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 22, 2012, 12:52