Last Updated: Monday, April 22, 2013, 09:12

इस्लामाबाद : पीएमएल-क्यू पार्टी के प्रमुख चौधरी सुजात हुसैन ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ लगे देशद्रोह के आरोप पर एहतियात बरती जानी चाहिये क्योंकि इसके परिणाम नियंत्रण से बाहर भी जा सकते हैं।
मुशर्रफ के सैन्य शासन के दौरान प्रधानमंत्री रहे हुसैन ने लोगों से आग्रह किया कि वे ‘ऐसे कदम नहीं उठायें जिनके परिणामों पर वे नियंत्रण नहीं रख पायेंगे।’ गौरतलब है कि मुशर्रफ को ‘उप कारा’ घोषित किये गये उनके फार्महाउस में रखा गया है और उन्हें अपने वकीलों, निजी कर्मचारियों एवं रिश्तेदारों तक से मिलने की इजाजत नहीं दी गयी है।
मुशर्रफ को कल आतंकवाद निरोधी अदालत ने एक पखवाड़े के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
उधर मुशर्रफ के वकील अहमद राजा कसूरी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूर्व सैन्य शासक के खिलाफ अभियोजन चलाया जा सकता है, मगर साथ ही उनका समर्थन करने वाले या असंवैधानिक कदम उठाने वाले अन्य लोगों के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई होनी चाहिये।
उन्होंने दावा किया कि लगभग 150 न्यायाधीशों ने मुशर्रफ का समर्थन किया था और पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने भी 1980 में सैन्य शासक जिया-उल-हक का साथ देकर संविधान की अवहेलना की थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 22, 2013, 09:12