मुशर्रफ पर चलाना चाहिए मुकदमा : शरीफ

मुशर्रफ पर चलाना चाहिए मुकदमा : शरीफ

मुशर्रफ पर चलाना चाहिए मुकदमा : शरीफलाहौर : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने परवेज मुशर्रफ के खिलाफ न्यायपालिका की कार्रवाई को ‘समय में बदलाव’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि पूर्व सैन्य शासक के खिलाफ देश के संविधान का उल्लंघन करने के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

शरीफ ने कहा ‘मुशर्रफ वही काट रहे हैं जो उन्होंने बोया है।’ पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा ‘मेरी मुशर्रफ से कोई निजी दुश्मनी नहीं है लेकिन उन पर संविधान का उल्लंघन करने के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए।’

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा ‘वर्ष 2007 में आपातकाल लागू करने को लेकर इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने कल मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी का जो आदेश जारी किया वह न्याय की जीत है।’ उन्होंने कहा कि मुशर्रफ के खिलाफ न्यायपालिका की कार्रवाई ‘समय में बदलाव’ है।

पीएमएल-एन ने अदालत के आदेश का श्रेय स्वयं लेते हुए यह भी दावा किया कि पार्टी ने पूर्व तानाशाह को जमानत दिए जाने के सभी प्रयास नाकाम कर दिए थे।

पार्टी के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने कहा ‘यह न्याय की जीत और तानाशाह के किये धरे का नतीजा है।’ पीएमएल-एन के प्रवक्ता परवेज राशिद ने कहा कि भव्य आवास नहीं बल्कि रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल बल्कि एक भगोड़े के लिए सही जगह है। भब्य आवास से राशिद का इशारा इस्लामाबाद स्थित मुशर्रफ के फार्महाउस की ओर था।

राशिद ने जमानत रद्द होने के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट से मुशर्रफ के चले जाने का जिक्र करते हुए कहा ‘मुशर्रफ पहले एक आरोपी हैं जो बाद में अपराधी बने और अब तो वह एक भगोड़ा हैं।’ उन्होंने कहा कि मुशर्रफ अब एक राजनीतिक दल के प्रमुख हैं और उनके पूर्व संस्थान सेना को उनके लिए कोई चिंता नहीं होनी चाहिए।

मुशर्रफ वर्ष 1999 में एक रक्तहीन विद्रोह में नवाज शरीफ की अगुवाई वाली पीएमएल-एन सरकार को बेदखल कर सत्ता में आए थे। (एजेंसी)

First Published: Friday, April 19, 2013, 14:14

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