मैंने मनमोहन सिंह को कभी नहीं कहा ‘देहाती औरत’: नवाज शरीफ

मैंने मनमोहन सिंह को कभी नहीं कहा ‘देहाती औरत’: नवाज शरीफ

मैंने मनमोहन सिंह को कभी नहीं कहा ‘देहाती औरत’: नवाज शरीफइस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने भारतीय समकक्ष मनमोहन सिंह के बारे में कथित तौर पर की गई टिप्पणी को लेकर खड़े हुए विवाद पर विराम लगाने का प्रयास करते हुए कहा है कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री को कभी ‘देहाती औरत’ नहीं कहा।

शरीफ ने उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि भारत में पाकिस्तान आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनका देश खुद आतंकवाद से पीड़ित है।

शरीफ और मनमोहन सिंह ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर बीते रविवार को न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी। इस मुलाकात से एक दिन पहले एक पाकिस्तानी टीवी के एक कार्यक्रम के प्रस्तोता ने दावा किया था कि शरीफ ने सुबह के नाश्ते पर पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए सिंह को ‘देहाती औरत’ कहा था।

कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता ने अपनी टिप्पणी कार्यक्रम में मौजूद एक भारतीय पत्रकार के उस बयान के बाद वापस ले ली कि शरीफ ने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की थी। पाकिस्तान के दैनिक समाचार पत्रों में छपी रिपोर्ट के अनुसार शरीफ ने लंदन में मीडिया से कहा कि उन्होंने सिंह को कभी भी ‘देहाती औरत’ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि वह सिंह के साथ अपनी बैठक से संतुष्ट हैं।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं में बाह्य ताकतें लिप्त हैं और ‘आतंकवाद का प्रायोजक होना तो दूर पाकिस्तान तो वास्तव में विदेशी वित्त पोषित सुनियोजित आंतकवाद से पीडत हैं।’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से अपनी बैठक के दौरान और संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान को आतंकवाद का केन्द्रबिन्दु बताया था।

शरीफ ने कहा कि उन्होंने सिंह से कश्मीर, नदी जल बंटवारा, सियाचिन, सर क्रीक और बलूचिस्तान सहित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की है।

मनमोहन सिंह से अपनी मुलाकात को लेकर भारतीय नेताओं तथा मीडिया द्वारा ‘अतिराष्ट्रवादी भाषा’ का इस्तेमाल किए जाने के बारे में पूछे जाने पर शरीफ ने कहा, ‘मेरा मानना है कि क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ने का एकमात्र उपाय संवाद है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति के बारे में दूरदर्शी और व्यवहारिक होने की जरूरत है। दुनिया में कुछ सबसे अधिक ज्वलनशील मुद्दों को बातचीत के जरिए हल किया गया है।’

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर हम नहीं बैठेंगे और बातचीत नहीं करेंगे तो हम अपने मुद्दों का समाधान नहीं निकाल सकते। भारत और पाकिस्तान में गरीबी और पिछड़ापन है। दोनों देशों अनेक मसलों का सामना कर रहे हैं। शांति कायम रखना तथा शांति के लिए एक दूसरे से बातचीत करना भारत और पाकिस्तान के हित में है।’ शरीफ ने भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की ओर से पाकिस्तानी सेना तथा आईएसआई के खिलाफ कथित तौर पर बयान दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि खुर्शीद ने कोई आरोप लगाया है।

शरीफ ने तालिबान तथा दूसरे जेहादी संगठनों की निंदा से परहेज करते हुए कहा कि पिछले दिनों पेशावर के किसा ख्वानी बाजार में हुए विस्फोट में तालिबान ने अपना हाथ होने से इंकार किया है। इस हमले में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। (एजेंसी)



First Published: Tuesday, October 1, 2013, 17:53

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